प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात कार्यक्रम के 44वें संस्करण में देश के लोगों को संबोधित किया. प्रधानमंत्री ने फिटनेस चैलेंज पर चर्चा करते हुए कहा कि आज कल सोशल मीडिया पर जो फिटनेस चैलेंज शुरू हुआ है वो शानदार है. उन्होंने कहा, “अगर हम फिट हैं तो इंडिया फिट है.”
प्रधानमंत्री ने कहा-
- हम फिट तो इंडिया फिट
- लट्टू, गिल्ली डंडा, पिट्ठू अनगिनत खेल लोगों के जीवन का हिस्सा हुआ करता था. लेकिन अब ये कहीं गुम हो गया है.
- पारंपरिक खेलों से दूर हो रहे हैं आजकल के बच्चे
- खेल सिर्फ खेल नहीं होते जीवन के मूल्यों को सिखाते हैं
- प्रकृति में योगदान देने से बेहतर माहौल का निर्माण होगा
- योग हमारे लिए माता-पिता की भूमिका निभाता है
- सावरकर और नेहरु को श्रद्धांजलि
बचपन कहीं खो न जाए
पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम में खेल और बचपन पर चर्चा करते हुए जगजीत सिंह के मशहूर गजल से बचपन को याद किया. पीएम ने कहा-
“चिंता होती है कि कहीं हमारे खेल खो न जाए कहीं. खेलों के साथ ये बचपन न खो जाए. अगर ऐसा हुआ तो हम सिर्फ ये सुनते रह जाएंगे- ये दौलत भी ले लो, ये शोहरत भी ले लो, भले छीन लो मुझसे मेरी जवानी, मगर मुझको लौटा दो बचपन का सावन.”
प्रकृति में योगदान देना जरूरी
“हमें प्रकृति के साथ जुड़कर रहना है. इस पर्यावरण दिवस हम सोचें कि हम अपनी धरती को बेहतर कैसे बना सकते हैं. रिकॉर्ड वृक्षारोपण का लक्ष्य बना सकते हैं. पेड़ लगाने के साथ साथ उसके रख-रखाव का ध्यान रखने का संकल्प लें.”
योग की विरासत को आगे बढाएं
“21 जून का हमें बेसब्री से इंतजार रहता है. हम अभी से ही इसकी तैयारी शुरू कर दें. योग करने से साहस पैदा होता है, जो पिता की तरह हमारी रक्षा करता है. मां की तरह हमारे अंदर सहनशीलता पैदा करता है. मैं सभी से अपील करता हूं कि योग की विरासत को आगे बढाएं और स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण करें.”
सावरकर और नेहरु को श्रद्धांजलि
पीएम मोदी ने देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. साथ ही वीर सावरकर को भी श्रद्धांजलि दी.
“वर्षों से लोग एवरेस्ट की चढ़ाई करते रहे हैं और ऐसे कई लोग हैं, जिन्होंने सफलतापूर्वक इसे पूरा किया है. मैं इन सभी साहसी वीरों को, खासकर के बेटियों को ह्रदय से बहुत-बहुत बधाई देता हूं.”पीएम मोदी
जलवायु परिवर्तन कम करने की कोशिश करें
“जब भयंकर गर्मी होती है, बाढ़ होती है, बारिश थमती नहीं है, असहनीय ठंड पड़ जाती है तो हर कोई एक्सपर्ट बन करके ग्लोबल वॉर्मिंग, जलवायु परिवर्तन की बातें करता है लेकिन बातें करने से बात नहीं बनती है. प्रकृति के प्रति संवेदनशील होना, उसकी रक्षा करना, हमारा स्वभाव होना चाहिए. आने वाली 5 जून को हमारा देश आधिकारिक तौर पर विश्व पर्यावरण को होस्ट करेगा. यह भारत के लिए एक बहुत महत्वपूर्ण उपलब्धि है और इसका परिचायक भी है कि जलवायु परिवर्तन को कम करने की दिशा में विश्व में भारत के बढ़ते नेतृत्व को भी स्वीकृति मिल रही है.”पीएम मोदी
रमजान की शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को रमजान की शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा, “रमजान के दौरान एक महीने के उपवास के बाद ईद का पर्व जश्न का प्रतीक है. इस अवसर पर बच्चों को ईदी भी मिलेगी. आशा करता हूं कि ईद का त्यौहार सद्भाव के बंधन को और मजबूत करेगा.”
प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले महीने इस कार्यक्रम में कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन की तारीफ की. साथ ही छात्रों के लिए ‘स्वच्छ भारत समर इंटर्नशिप' शुरू करने की घोषणा की. उन्होंने कहा था- "राष्ट्रमंडल खेलों में हमारे खिलाड़ियों की सफलता हर भारतीय को गौरवान्वित करती है. इन खेलों में भाग लेने वाले एथलीट देश के अलग-अलग भागों से, छोटे-छोटे शहरों से आये हैं और अनेक बाधाओं, परेशानियों को पार करके यहाँ तक पहुंचे हैं. उन्हें हमारी तरफ से ढेर सारी शुभकामनाएं."
हर महीने आखिरी रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिए देश के लोगों से मुखातिब होते हैं.
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