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MIG-21 क्रैश में शहीद IAF पायलट की मां ने कहा- "अपने बेटे के बगैर नहीं रह सकती"

MIG-21 हादसे में Advitiya Bal के साथ-साथ विंग कमांडर एम राणा भी शहीद हो गए.

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राजस्थान के बाड़मेर में 28 जुलाई को MIG-21 विमान दुर्घटना में अपनी जान गंवाने वाले 26 वर्षीय भारतीय वायु सेना (IAF) के पायलट फ्लाइट लेफ्टिनेंट अद्वितीय बल की मां ने कहा कि मैं अपने बेटे के बिना नहीं रहना चाहती. वो जम्मू के रणबीर सिंह पुरा के जिंदर मल्हू गांव में परिवार के सदस्यों से घिरी थीं और पुत्र की मौत से सदमे में थीं.

वहीं, अद्वितीय बल की दादी एक कुर्सी पर बैठी थीं और अद्वितीय के बचपन के दिनों की तस्वीर को पकड़कर रो रही थीं.

बाल की आकस्मिक मौत से परिवार सदमे में है. उन्होंने कुछ दिन पहले ही यानी 16 जुलाई को उनका 26वां जन्मदिन मनाया था.

परिवार के सदस्य, दोस्त, सरकारी अधिकारी और ग्रामीण सुबह से ही शोक और समर्थन देने के लिए अद्वित्य के जम्मू-कश्मीर स्थित घर पहुंच रहे थे.

बल के चाचा ने एक समाचार चैनल को बताया कि हम अपने बच्चों को बड़ा करते हैं, उन्हें अच्छी तरह से पढ़ाते हैं, सोचते हैं कि वे कुछ अच्छा करेंगे, लेकिन फिर...

बता दें, विमान गुरुवार को बाड़मेर के पास एक प्रशिक्षण उड़ान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. दो सीटों वाले विमान में सवार दोनों पायलटों की जान चली गई थी. बल के साथ हिमाचल प्रदेश के रहने वाले विंग कमांडर एम राणा भी मारे गए.

एक बहादुर बेटे की मौत से शोक में डूबा गांव

अद्वितीय एक होनहार लड़का था. उनके रिश्तेदार श्याम लाल ने मीडियाकर्मियों को बताया कि एक अधिकारी ने कल देर रात उनके पिता स्वर्ण लाल को फोन कर उन्हें दुर्घटना की सूचना दी. इस खबर से पूरा गांव दुखी है. सक्षम, साहसी, बुद्धिमान बच्चा जो इस गांव में पला-बढ़ा उसके मौत से पूरे गांव में मातम का माहौल है, सभी दुखी हैं.

श्याम लाल ने कहा कि

अद्वितीय बल के पिता स्वर्ण लाल खुद एक पूर्व भारतीय सेना अधिकारी हैं. वो अपने बेटे के शव को लाने के लिए दिल्ली के रास्ते जोधपुर जा रहे हैं. बल का अंतिम संस्कार कल होने की संभावना है.

लाल ने बताया कि उनके पिता यहां से सुबह जल्दी चले गए. वह पहले दिल्ली जाएंगे, फिर जोधपुर जाएंगे. देखते हैं कि शव कब आता है, औपचारिकताएं कैसे पूरी होती हैं. वे औपचारिकताओं के बाद पार्थिव शरीर को सौंप देंगे. उम्मीद है कि यह कल दोपहर तक आ जाएगा.

गुरुवार को राजस्थान में क्रैश हुआ था MIG-21

IAF ने गुरुवार रात एक बयान में बताया कि IAF का दो सीटर मिग -21 ट्रेनर विमान राजस्थान के उतरलाई हवाई अड्डे से प्रशिक्षण के लिए उड़ान भर रहा था. इसी दौरान रात 9:10 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें सवार दो पायलटों की मौके पर ही मौत हो गई.

IAF ने अपने बयान में कहा था कि भारतीय वायुसेना को जान गंवाने का गहरा अफसोस है और शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ा है. दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया गया है.

'द फ्लाइंग कॉफिन' के नाम से मशहूर मिग-21 विमान का सुरक्षा रिकॉर्ड खराब रहा है.

दोनों पायलटों के परिवारों के लिए देश भर से शोक संवेदनाएं आ रही हैं.

गुरुवार रात हादसे के बाद केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी से बात की. सिंह ने भी अपनी संवेदना व्यक्त करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया और कहा कि वह "दो वायु योद्धाओं के खोने से बहुत दुखी हैं.

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