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G-20 की इस मुलाकात में शी जिनपिंग से क्या सौदा करेंगे पीएम मोदी? 

अमेरिका से ट्रेड वॉर के बाद चीन भारत के नजदीक आया

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इस साल चीन के वुहान में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनिपिंग के बीच मुलाकात के बाद दोनों देशों के बीच 3500 किलोमीटर की सीमा पर शांति है. आखिर मोदी ने अप्रैल में शी जिनपिंग से ऐसी क्या बात की होगी की सीमा पर शांति है. दोनों एक बार फिर अर्जेंटीना में जी-20 मीटिंग में मिल रही है और कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार दोनों में क्या सौदेबाजी होगी?

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G-20 में मोदी-जिनपिंग की मुलाकात होगी अहम

अर्जेंटीना में मोदी-जिनपिंग की मुलाकात इस साल दोनों के बीच होने वाली चौथी मुलाकात होगी. विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि दोनों नेताओं मे तय किया है कि जब भी उनकी मुलाकात होगी वे आपसी मुद्दों पर बातचीत करेंगे और समस्याओं को सुलझाने का रोडमैप बनाएंगे.

भारत और चीन के बीच जिस तरह दक्षिण एशिया में वर्चस्व बनाने की होड़ है. हाल में मालदीव और फिर श्रीलंका में दोनों के बीच वर्चस्व की रेस देखने को मिली है. इसे देखते हुए दोनों के बीच जी-20 में मुलाकात को अहम माना जा रहा है.
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अमेरिका से ट्रेड वॉर की वजह से चीन की भारत से नजदीकी

बुधवार को दोनों देशों के बीच जिस तरह के कारोबारी सौदे हुए हैं. उससे ऐसा लगता है अमेरिका-चीन के बीच ट्रेड वॉर ने भारत-चीन को करीब ला दिया है. बुधवार की बातचीत में दोनों देशों के बीच एक दूसरे के फार्म मार्केट को खोलने पर चर्चा हुई. चीन भारत को सेब और डेयरी प्रोडक्ट निर्यात करना चाहता है. जबकि भारत चीन को मिल्क प्रोडक्ट और भैंस का मीट एक्सपोर्ट करना चाहता है.

भारत ने चीनी सेब के आयात पर पिछले साल रोक लगा दी थी. भारत का कहना इसमें कीटनाशक है. बदले में चीन ने भी कार्रवाई कर भारत से भैंस के मीट के आयात पर बैन लगा दिया. चीन का कहना था कि इससे फुट एंड माउथ डिजीज पैदा होने का खतरा हो सकता है. लेकिन अब तस्वीर काफी हद तक बदल चुकी है. चीन और अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर की वजह से भारत और चीन नजदीक आए हैं.

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