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Modi Cabinet: नायडू को एविएशन, मांझी को MSME- BJP के सहयोगी दलों को कौनसा मंत्रालय मिला?

बीजेपी ने महत्वपूर्ण विभाग जैसे-गृह, रक्षा, वित्त, स्वास्थ, शिक्षा, रेल, सड़क और विदेश अपने पास रखा है.

Published
भारत
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नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के साथ मंत्रियों के शपथ लेने के बाद 10 जून को विभागों का बंटवारा भी हो गया है.अमित शाह को एक बार फिर गृह मंत्रालय मिला जबकि रक्षा राजनाथ सिंह के पास और वित्त निर्मला सीतारमण के पास गया. लेकिन जो बीजेपी की सहयोगी पार्टियां हैं उन्हें कौन सा मंत्रालय मिला? आइए देखते हैं.

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पहले तो बता दें कुल सहयोगी दलों में से 11 नेताओं को मंत्री परिषद में जगह मिली है, इनमें से:

कैबिनेट मंत्री

  1. एचडी कुमारस्वामी: भारी उद्योग मंत्री और इस्पात मंत्री

  2. जीतन राम मांझी: सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री

  3. राजीव रंजन सिंह उर्फ ​​ललन सिंह: पंचायती राज मंत्री तथा मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री

  4. चिराग पासवान: खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री

  5. किंजरापु राममोहन नायडू: नागरिक उड्डयन मंत्री

राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

  1. प्रतापराव गणपतराव जाधव: आयुष मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री

  2. जयंत चौधरी: कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और शिक्षा मंत्रालय में राज्य मंत्री

राज्य मंत्री

  1. रामदास अठावले: सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय में राज्य मंत्री

  2. राम नाथ ठाकुर: कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री

  3. डॉ चंद्रशेखर पेम्मासानी: ग्रामीण विकास मंत्रालय में राज्य मंत्री तथा संचार मंत्रालय में राज्य मंत्री

  4. अनुप्रिया पटेल: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री और रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय में राज्य मंत्री

कैबिनेट मंत्री

एचडी कुमारस्वामी: भारी उद्योग मंत्री और इस्पात मंत्री (Steel)

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री (2006-2007 और 2018-2019) और जनता दल (सेक्युलर) के प्रदेश अध्यक्ष एचडी कुमारस्वामी मांड्या निर्वाचन क्षेत्र से जीते हैं. वह लोकसभा चुनाव जीतने वाले दो जेडीएस उम्मीदवारों में से एक हैं.

जीतन राम मांझी: सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री (MSME)

हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) - HAM के संस्थापक जीतन राम मांझी बिहार के गया लोकसभा क्षेत्र से चुने गए. 79 वर्षीय मांझी ने पहली बार 2014 में जेडीयू के टिकट पर गया से अपनी किस्मत आजमाई थी, लेकिन तीसरे स्थान पर रहे थे. 5 साल बाद 2019 में, उन्होंने अपनी पार्टी के चिन्ह पर चुनाव लड़ा और जेडीयू उम्मीदवार से 1.5 लाख से अधिक वोटों से हार गए थे लेकिन इस बार वे गया से जीतने में तामयाब रहे.

राजीव रंजन सिंह उर्फ ​​ललन सिंह: पंचायती राज मंत्री और मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री

ललन सिंह बिहार के मुंगेर निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सांसद हैं और उन्हें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का करीबी माना जाता है. वह 31 जुलाई 2021 से 29 दिसंबर 2023 तक जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे.

चिराग पासवान: खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री (फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री)

तीन बार के सांसद और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख, चिराग पासवान बिहार की हाजीपुर सीट से चुने गए हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान के बेटे ने 2014 के लोकसभा चुनाव में बिहार के जमुई निर्वाचन क्षेत्र से जीतकर चुनावी शुरुआत की. उनकी पार्टी ने पांच सीटों पर चुनाव लड़ा और सभी पर जीत हासिल की.

किंजरापु राममोहन नायडू: नागरिक उड्डयन मंत्री

आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम लोकसभा क्षेत्र से तीन बार के सांसद, राम मोहन नायडू मोदी कैबिनेट 3.0 में सबसे कम उम्र के मंत्री हैं. नायडू टीडीपी के राष्ट्रीय महासचिव भी रह चुके हैं और निवर्तमान लोकसभा में पार्टी के फ्लोर लीडर भी थे. बता दें कि टीडीपी ने लोकसभा में 16 सीटें जीतीं हैं, जो सीटों के हिसाब से NDA में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है.

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राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

प्रतापराव गणपतराव जाधव: आयुष मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री

महाराष्ट्र के बुलढाणा से चार बार के सांसद जाधव शिंदे की शिवसेना में हैं. जाधव 1995 से 2009 तक तीन बार विधायक भी रह चुके हैं. संसद में 71% उपस्थिति के साथ, 64 वर्षीय जाधव ने संसद के निचले सदन में कई बहस और चर्चाओं में भाग लिया है.

जयंत चौधरी: कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और शिक्षा मंत्रालय में राज्य मंत्री

राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख जयंत चौधरी ने 2009 में उत्तर प्रदेश के मथुरा निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद चुनावी मैदान में उतरे. 2022 में समाजवादी पार्टी की मदद से जयंत राज्यसभा सांसद चुने गए. अपने दादा और भारत के 5वें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किए जाने के बाद वह एनडीए में शामिल हो गए.

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राज्य मंत्री

रामदास अठावले: सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय में राज्य मंत्री

रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद अठावले पिछली सरकार में सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री थे. बता दें कि एनडीए की सहयोगी आरपीआई (ए) ने लोकसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र से कोई उम्मीदवार नहीं उतारा.

राम नाथ ठाकुर: कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री

दो बार के राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर के बेटे हैं. जेडीयू के 74 वर्षीय ठाकुर अत्यंत पिछड़े समुदाय से आने वाले एक प्रमुख नेता हैं और उन्हें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का करीबी विश्वासपात्र भी माना जाता है.

डॉ चंद्रशेखर पेम्मासानी: ग्रामीण विकास मंत्रालय में राज्य मंत्री और संचार मंत्रालय में राज्य मंत्री

आंध्र प्रदेश के गुंटूर निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सांसद सबसे अमीर सांसद हैं. उन्होंने ₹5705 करोड़ की संपत्ति घोषित की है, जो 8,360 उम्मीदवारों में सबसे अधिक है. पेम्मासानी को शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने का श्रेय दिया जाता है.

अनुप्रिया पटेल: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री और रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय में राज्य मंत्री

अपना दल (सोनेलाल) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल 2014 से उत्तर प्रदेश की मिर्जापुर लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर रही हैं. उन्होंने 2012 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपनी राजनीतिक शुरुआत की थी.

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