ADVERTISEMENTREMOVE AD

एक और मंत्री का बेतुका बयान,खूब हो रही शादियां तो मंदी कैसे?

रविशंकर प्रसाद ने कहा था कि फिल्में करोड़ों का कलेक्शन कर रही है इससे पता चलता है कि मंदी नहीं है

Published
भारत
2 min read
story-hero-img
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

रविशंकर प्रसाद के बाद अब रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी ने अर्थव्यवस्था को लेकर अटपटा बयान दिया है. अंगड़ी ने कहा है कि देश की ट्रेनें और एयरपोर्ट पूरी तरह भरे हुए हैं. लोगों की खूब शादियां हो रही हैं. इससे साफ है कि देश में कहीं मंदी नहीं है. इकनॉमी अच्छा प्रदर्शन कर रही है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

हर तीन साल में आती है मंदी, खत्म हो जाएगी

सुरेश अंगड़ी ने कहा कि इकनॉमी में हर साल तीन साल में मंदी आती है. लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है, यह जल्दी ही रफ्तार पकड़ लेगी. उन्होंने कहा कि कुछ लोग अर्थव्यवस्था की मंदी का बातें बढ़ा-चढ़ा कर रहे हैं. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि धूमिल करने की कोशिश है.

0

जल्द ही शुरू होने वाले टुंडा-खुर्जा ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर की जांच के दौरान अंगड़ी ने पत्रकारों से कहा

एयरपोर्ट भरे हुए हैं. ट्रेनें फुल हैं. लोगों की शादियां हो रही हैं. कहां हैं मंदी. कुछ लोगों का काम सिर्फ मोदी सरकार की छवि को धूमिल करने का है .  
ADVERTISEMENTREMOVE AD

रविशंकर प्रसाद ने भी दिया था इकनॉमी पर बेतुका बयान

इससे पहले केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी इसी तरह का बेतुका बयान दिया था और कहा था कि फिल्में करोड़ों का कारोबार कर रही हैं तो फिर देश में सुस्ती कैसी है. प्रसाद की इस पर खासी खिंचाई हुई थी. बयान पर हंगामा मचने के बाद उन्होंने अपना बयान वापस ले लिया.रविशंकर ने बयान वापस लेने के लिए प्रेस स्टेटमेंट जारी किया . हालांकि इसमें उन्होंने अपने आंकड़ों को सही ठहराया है और अपने बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किए जाने का आरोप लगाया.

देश में एक के बाद अर्थव्यवस्था के अलग-अलग सेक्टर के निराशाजनक आंकड़ों ने सरकार के लिए बड़ी चुनौती पैदा कर दी है. जीडीपी के गिर कर 5 फीसदी से भी नीचे जाने की आशंका जताई जा रही है. संसद के शीतकालीन सत्र में इकनॉमिक स्लोडाउन बड़ा मुद्दा बन सकता है. सरकार इस मुद्दे पर घिर सकती है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×