सोमवार को प्रशासन द्वारा की गई कार्यवाही में अब तक कुल 45 मकानों-दुकानों पर एक्शन लिया गया है. कुछ क्षेत्र में 16 मकान और 29 दुकानें तोड़ी गई. मोहन टॉकीज खरगोन में चार मकान और तीन दुकानों पर बुल्डोजर चला. खसखस बाड़ी क्षेत्र खरगोन में 12 मकान और 10 दुकानों पर कार्रवाई की गई. गणेश मंदिर के पास खरगोन में एक दुकान सहित कुल 16 इमारतें, औरंगपुरा खरगोन में तीन दुकानें तोड़ी गई. तालाब चौक खरगोन में 12 दुकानें तोड़ी गई.
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया से बात करते हुए कहा था, "वर्तमान में खरगोन में शांति है. पर्याप्त पुलिस बल मौजूद है. कर्फ्यू लगा हुआ है. लगातार दंगाइयों को चिह्नित किया जा रहा है. जिस-जिस घर से पत्थर आए हैं, उस घर को पत्थर का ढेर बनाएंगे. इस मामले में सरकार पूरी तरह से सख्त है. प्रदेश में शांति व्यवस्था बिगाड़ने का किसी को कोई अधिकार नहीं है. हम न ही किसी को बिगाड़ने देंगे."
प्रशासन द्वारा की जा रही इस कार्रवाई पर जिला कलेक्टर ने कहा था कि अवैध निर्माण को हटाया जा रहा है, लेकिन गृह मंत्री के बयान इसके अलर्ट हैं.
11 अप्रैल को इंदौर कमिश्नर ने ट्वीट किया, जिसमें इंदौर संभागायुक्त डॉ पवन शर्मा ने बताया कि, "जिन लोगों ने नुकसान किया है, उनसे भरपाई करवाई जाएगी, दंगे और उपद्रव के मामले में सरकार की जीरो टॉलरेंस की पॉलिसी है. अब तक 84 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. कार्यवाही निरंतर जारी है."
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