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‘धनकुबेर’ मुकेश पैसों को क्यों नहीं देते हैं अहमियत, ये है कारण

मुकेश अंबानी भारत ही नहीं दुनिया के सबसे अमीरों की लिस्ट में भी टॉप 15 में शुमार हैं.

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देश के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी को हाल ही में एशिया के सबसे अमीर इंसान का दर्जा मिला है. लेकिन मुकेश अंबानी का मानना है कि पैसा उनके लिए कभी भी अहम नहीं रहा है. उन्होंने कहा कि पैसा उनके लिए कभी महत्वपूर्ण नहीं रहा है और एक संसाधन के तौर पर कंपनी को जोखिम लेने में सक्षम बनाता है. अंबानी ने हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट में ये बात कही है.

पैसा कभी भी मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण नहीं रहा.. मैं उन तमगों से घृणा करता हूं, जो आप मुझे देते हैं.
मुकेश अंबानी, चेयरमैन, RIL
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कभी कैश या क्रेडिट कार्ड लेकर नहीं चलते

देश के सबसे अमीर आदमी मुकेश अंबानी ने कहा, मेरे लिए, संसाधन आपको एक कंपनी के नजरिए से जोखिम लेने में सक्षम बनाता है. अंबानी ने कहा कि वे अपनी जेब में कभी भी कैश या क्रेडिट कार्ड लेकर नहीं चलते, और उनके आसपास हमेशा कोई होता है तो उनके बिलों का पेमेंट करता है.

अंबानी ने कहा, "निजी स्तर पर, बहुत कम लोग यह जानते हैं कि बचपन से, स्कूल में और अब, मैंने कभी भी अपने साथ पैसे नहीं रखे. मेरे पास क्रेडिट कार्ड नहीं हैं, मैं अपनी जेब में पैसे लेकर नहीं चलता. मैं हमेशा अपने साथ किसी को रखता हूं, जो मेरे लिए भुगतान करता है, तो ऐसे ही मेरा काम चलता है."

अंबानी दुनिया के टॉप 15 रिच लिस्ट में शुमार

मुकेश अंबानी भारत ही नहीं दुनिया के सबसे अमीरों की लिस्ट में भी टॉप 15 में शुमार हैं. यमन में पैदा हुए मुकेश अंबानी की संपत्ति फिलहाल यमन की कुल GDP से 50 फीसदी ज्यादा है.

धीरुभाई अंबानी के बेटे मुकेश अंबानी की जन्म 19 अप्रैल 1957 में हुआ था. साल 1980 में मुकेश स्टैनफोर्ड में पढ़ाई कर रहे थे इस दौरान धीरुभाई अंबानी को PFY (पॉलीस्टर फिलामेंट यार्न) का प्रोजेक्ट हासिल हुआ. इस काम में मदद के लिए धीरुभाई ने मुकेश अंबानी को स्टैनफोर्ड से बुला लिया.

तब से ही वो कंपनी से जुड़े हुए हैं और कंपनी हर साल नए कीर्तिमान गढ़ रही है. अंबानी हुरुन रिच लिस्ट में लगातार 6 साल से टॉप पर हैं इस बार खास ये है कि वो हुरुन ग्लोबल लिस्ट में भी टॉप 15 में हैं.

(सोर्स: IANS)

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