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Kurla Building Collapse: कुर्ला में हुए हादसे में मरने वालों की संख्या 18 हुई

चेतावनियों और बिल्डिंग को खाली कराने की कोशिशों के बावजूद लोग इस 4 मंजिला इमारत में रह रहे थे- BMC

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मुंबई (Mumbai) के कुर्ला इलाके में सोमवार, 27 को देर रात एक चार मंजिला इमारत ढहने की वजह से अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है. मौके पर सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया है. एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि बिल्डिंग के निवासियों को भवन की स्थिति के बारे में बार-बार चेतावनी दी गई थी, लेकिन उन्होंने वहीं रहने पर जोर दिया. न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक आधी रात से अब तक 23 लोगों को मलबे से निकाला गया है.

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रिपोर्ट्स के मुताबिक बीएमसी संचालित राजावाड़ी अस्पताल के डॉक्टरों ने किशोर प्रजापति (20), सिकंदर राजभर (21), अरविंद राजेंद्र भारती (19), अनूप राजभर (18), अनिल यादव (21) और श्यामू प्रजापति (18) को मृत घोषित कर दिया है.

इससे पहले Sion हॉस्पिटल में चार लोगों को मृत घोषित कर दिया गया था. एनडीआरएफ की टीम ने मलबे में दबी एक महिला को बचाया.

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक एडिशनल म्युनिसिपल कमिश्नर अश्विनी भिड़े ने कहा कि बीएमसी ने मुंबई नगर निगम अधिनियम के तहत 2013 से बार-बार इमारत को मरम्मत के लिए और फिर इसे खाली करने और विध्वंस के लिए नोटिस जारी किया था.

उन्होंने दावा किया कि बीएमसी की चेतावनियों और इमारत को खाली कराने की कोशिशों के बावजूद लोग उसमें रह रहे थे.

आदित्य ठाकरे ने घटना स्थल दौरान किया

महाराष्ट्र के पर्यावरण और पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने भी घटनास्थल का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं यहां कल रात भी आया था और बचाव अभियान जारी है. यहां से 2-3 लोग जिंदा निकले हैं, शायद और भी लोग निकल सकते हैं.

मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि मलबे से सभी नागरिक जिंदा निकलें, उन्होंने कहा कि इस मामले में कार्रवाई तो होगी लेकिन फिलहाल पहली प्राथमिकता रेस्क्यू ऑपरेशन है.

जिस बिल्डिंग को नोटिस दिया गया था, उसमें कुछ लोग रहते थे और आज वह इमारत ढह गई. इस घटना के बाद रिलीफ ऑपरेशन अब भी जारी है और कुछ लोग जिंदा मिले हैं. हालांकि इस हादसे में कई लोगों की मृत्यु हुई है और हम उम्मीद करते हैं, जो लोग अब भी वहां फसे हुए हैं वह सुरक्षित हों.

इसके अलावा उन्होंने कहा कि साल 2016 में इस इमारत को C1 की श्रेणी दी गई थी, लेकिन उसके बाद यह इमारत C2 के कैटेगरी में आ गई.

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इसके पहले भी हुए हैं हादसे

बता दें कि इस महीने मुंबई में इमारत गिरने की यह तीसरी बड़ी घटना है. 23 जून को चेंबूर इलाके में एक दो मंजिला औद्योगिक ढांचे का स्लैब गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और 10 अन्य घायल हो गए.

इसके अलावा 9 जून को बांद्रा में एक तीन मंजिला आवासीय इमारत गिर गई थी, जिसमें एक 55 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई और 18 अन्य घायल हो गए थे.

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