मुंबई क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर सचिन वझे का ट्रांसफर कर दिया गया है. सचिन वझे का ट्रांसफर सीएफसी यानी 'सिटीजन फैसिलिटी सेंटर' में हुआ हैं. मुंबई पुलिस हेडक्वार्टर्स के कंट्रोल रूम का हिस्सा है सीएफसी.
मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारी सचिन वझे का नाम तब सामने आया, जब महाराष्ट्र के विधानसभा में सरकार और विपक्ष इस नाम को लेकर आपस में भीड़ गए. विपक्षी नेता देवेंद्र फडणवीस ने मनसुख की मौत के खबर से कुछ ही घंटे पहले जांच अधिकारी सचिन वझे पर कई गंभीर सवाल उठाए.
फडणवीस का आरोप है कि मनसुख और सचिन वझे के बीच जून और जुलाई 2020 में फोन पर बातचीत हुई थी. साथ ही अंबानी के घर के बाहर मिली स्कॉर्पियो गाड़ी की खबर मिलने के बाद, सचिन वझे सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचने का दावा करने वालों में से एक हैं.
अर्णब को सचिन ने ही लिया था था हिरासत में
अर्णब गोस्वामी से जुड़े अन्वय नाइक आत्महत्या मामला और TRP घोटाले की जांच वझे की देखरेख में हो रही है. अर्णब को तड़के सुबह घर से हिरासत में लेने वाले अधिकारी सचिन वझे ही हैं. अब तक साठ से ज्यादा एनकाउंटर कर चुके हैं, जिसमें अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और छोटा राजन गैंग के कई गुर्गों का नाम शामिल है.
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