रिपब्लिक टीवी के फाउंडर और एडिटर अर्नब गोस्वामी के वकील हरीश साल्वे ने दावा किया है कि जर्नलिस्ट अर्नब से पूछताछ करने वाली मुंबई पुलिस की टीम के एक वरिष्ठ अधिकारी का कोरोना वायरस टेस्ट पॉजिटिव आया है. साल्वे ने सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान ये दावा किया.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पालघर मॉब लिंचिंग केस पर कमेंट को लेकर अर्नब गोस्वामी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. इस मामले में उनसे 28 अप्रैल को 12 घंटे तक पुलिस ने पूछताछ की थी.
Live Law के मुताबिक, साल्वे ने कोर्ट में कहा, “पुलिस स्टेशन में 12 घंटों तक पूछताछ चली. उन्होंने पुलिस अफसरों से कहा कि जिस तरह के सवाल आप पूछना चाहते हैं, वो आप मुझसे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर भी पूछ सकते हैं.”
साल्वे ने FIR पर उठाया सवाल
सुप्रीम कोर्ट में गोस्वामी को रिप्रेजेंट कर रहे वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे ने 14 अप्रैल को बांद्रा में प्रवासी मजदूर के इकट्ठा होने की घटना के संबंध में रिपब्लिक टीवी के एडिटर के खिलाफ दर्ज एक नई एफआईआर की वैधता पर सवाल उठाया.
इसके बाद साल्वे ने तर्क दिया कि उन्हें कोई समस्या नहीं है अगर पालघर घटना पर टिप्पणी मामला जांच के लिए सीबीआई में ट्रांसफर होता है तो, हालांकि, सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल ने इस पर आपत्ति जताई.
गोस्वामी पर ‘जानबूझकर भड़काऊ बयान देने’ और सोनिया गांधी के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगा था. महाराष्ट्र, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और जम्मू और कश्मीर में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी.
गोस्वामी से पूछताछ के लिए एनएम जोशी मार्ग पुलिस स्टेशन में उपस्थित होने के लिए कहा गया था. इसके कुछ दिनों बाद, उनपर मुंबई के बांद्रा में एक मस्जिद को टारगेट कर सांप्रदायिक नफरत फैलाने के आरोप में केस दर्ज हुआ, जिसका 14 अप्रैल को मुंबई के बांद्रा में प्रवासी मजदूरों की घटना से कोई लेना-देना नहीं था.
4 मई को, महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई पुलिस के डिप्टी कमिश्नर की ओर से सुप्रीम कोर्ट में एक एप्लीकेशन दाखिल की, जिसमें आरोप लगाया गया कि गोस्वामी रिपब्लिक टीवी चैनलों पर अपने शो के माध्यम से पुलिस को 'धमाकाने' की कोशिश कर उनके खिलाफ 'जांच में बाधा' डाल रहे हैं.
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