मुंबई के साकीनाका इलाके (Sakinaka Rape case) में युवती से हुए रेप और बर्बरता के मामले में आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. मुंबई पुलिस कमिश्नर हेमंत नगराले ने एक बार फिर इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि, अब तक की जांच के मुताबिक आरोपी और पीड़ित की यह पहली मुलाकात नहीं थी. यह पहले चार-पांच बार मिल चुके हैं. इनका कुछ लेन देन बकाया था जो पीड़ित मांग रही थी, उसी समय इनका झगड़ा हो गया जिसके बाद इस दुष्कर्म को अंजाम दिया गया. उस वक्त क्या आरोपी नशे में था, इसकी जांच की जा रही है.
पुलिस ने हथियार भी किया बरामद
कमिश्नर ने बताया कि आरोपी 21 सितंबर तक पुलिस हिरासत में है. आरोपी ने गुनाह कबूलने के बाद घटना के बारे में बताया, जिसकी सीक्वेंसिंग हुई. उन्होंने आगे कहा कि, घटना स्थल पर पीड़ित महिला कब आई, आरोपी कब आया, ये अपराध कैसे हुआ और आरोपी गुनाह करने के बाद कब और कैसे गया, इस पूरे सीक्वेंस में हमें कई सबूत मिले हैं
साथ ही आरोपी ने जिस हथियार का इस्तेमाल किया था, वो भी पुलिस ने बरामद कर लिया है. कमिश्नर ने बताया कि, इस मामले में हमने एडवोकेट राजा ठाकरे को नियुक्त किया है, वो हमें जांच में मार्गदर्शन कर रहे हैं. इस मामले में चार्जशीट 1 महीने के अंदर ही फाइल कर दी जाएगी. फिलहाल डीएनए रिपोर्ट का इंतजार है, बाकी जांच अगले 15 दिनों में पूरी हो जाएगी.
पोस्टमार्टम में शरीर पर कई चोटें
पोस्टमार्टम के रिपोर्ट के आधार पर बताया गया कि, शरीर में कई जगह चोट थी. पीड़िता के पेट में भी चोटें हैं. रिपोर्ट में अन नेचुरल डेथ लिखा गया है. लेकिन कौन सा हथियार इस्तेमाल किया गया इसके बारे में जिक्र ना करने की मांग मुंबई पुलिस कमिश्नर ने मीडिया कर्मियों से की है.
सीएम उद्धव ठाकरे ने पीड़ित के परिवार वालों के लिए शासन की ओर से 20 लाख रुपये की मदद की घोषणा की है. इसके अलावा पुलिस कमिश्नर नगराले ने आश्वासन दिया कि जो मदद सरकार कर सकती है, वो की जाएगी.
मुंबई में अपराध के मामले
आंकड़ों की बात करे तो 2016 से 2021 के बीच महिलाओं पर हुए अपराध के आंकड़े भी मुंबई पुलिस कमिश्नर ने पेश किए.
2016: 5177 मामले, डिटेक्शन 72 फीसदी हुआ
2017: 5427 मामले, डिटेक्शन 80 फीसदी हुआ
2018: 5978 मामले, डिटेक्शन 81 फीसदी
2019: 6438 मामले, डिटेक्शन 83 फीसदी
2020: 4539 मामले, डिटेक्शन 77 फीसदी
2021 अगस्त: 3515 मामले, डिटेक्शन 74 फीसदी
इसके अलावा कमिश्नर का दावा है कि मुंबई में पुलिस की कमी नहीं है. मुंबई में 45 हजार से भी ज्यादा पुलिस कर्मी कार्यरत हैं. लेकिन पुलिस विभाग में 8 हजार वेकेंसी हैं. तीन साल से मुंबई पुलिस में भर्ती नहीं हुई है, लेकिन उससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है.
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