(ट्रिगर चेतावनी: इस खबर में हिंसा का विवरण है.)
हार्दिक शाह और उनकी लिव-इन पार्टनर मेघा तोरबी मुंबई के पास नालासोपारा (Nalasopara Murder Case) इलाके में अपन किराए के घर में एक साथ वेलेंटाइन डे मनाने वाले थे. लेकिन, 13 फरवरी को कपल के बीच कहा-सुनी बहुत बढ़ गई. मुंबई पुलिस के एक अधिकारी, जो जांच दल का हिस्सा हैं, ने क्विंट को बताया कि इस विवाद में हार्दिक ने कथित तौर पर मेघा को 'गुस्से में' मार डाला.
27 वर्षीय हार्दिक शाह ने कथित तौर पर अपने साथी का तौलिया से गला घोंट दिया और उसके शरीर को बेड बॉक्स में छिपा दिया. पुलिस सूत्रों के मुताबिक घटना की रात वह उसी बिस्तर पर सोया था जिसके नीचे मेघा का शव पड़ा था.
इस कथित हत्या का खुलासा 14 फरवरी को हुआ जब पड़ोसियों ने दंपति के किराए के घर से दुर्गंध आने की शिकायत की.
नालासोपारा में तुलिंज पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक शैलेंद्र नागरकर ने कहा, "जैसे ही हमें पीड़िता का शव मिला, हमने तुरंत आरोपी की लोकेशन ट्रैक की. शव मिलने से 24 घंटे पहले आरोपी फरार हो गया. काफी समय तक वह शव के साथ रहा. हमने रेलवे सुरक्षा बल को सूचित किया और साथ में उनकी मदद से आरोपी को मध्य प्रदेश के नागदा स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया गया."
टिकट के लिए बेच दिया फर्नीचर, कैसे भागा हार्दिक?
घटना के तुरंत बाद, हार्दिक ने कथित तौर पर मेघा के रिश्तेदार को एक व्हाट्सएप मैसेज भेजा, जिसमें उसने हत्या के बारे में जानकारी दी और यह भी बताया कि वह सुसाइड करने जा रहा है.
"यह पहली बार नहीं था जब हार्दिक ने खुद को मारने की धमकी दी थी. पहले जब वह अपने परिवार के साथ रहता था, तो उसने अपने ही पिता के साथ झगड़ा किया था, और अपने पिता ने जब पैसे देने से इनकार किया तो अपनी कलाई काट कर सुसाइड करने की धमकी दी थी."एक सूत्र ने द क्विंट को बताया.
एक पुलिस सूत्र ने कहा कि हार्दिक ने पहले पुलिस के सामने सरेंडर करने का फैसला किया था, लेकिन तुलिंज पुलिस स्टेशन के बाहर दो घंटे बिताने के बाद घर लौट आया.
सूत्र ने आगे बताया कि, "फिर उसने 4,500 रुपये में फर्नीचर बेचा और उस पैसे का इस्तेमाल ट्रेन टिकट खरीदने के लिए किया. वह बेड नहीं बेच पाया क्योंकि इसमें शव था. डीलर इसे खरीदना चाहता था, लेकिन वह हैरान था क्योंकि हार्दिक ने इसे बेचने से इनकार कर दिया."
दोनों के बीच तीखी बहजबाजी: और क्या हुआ था ?
पेशे से नर्स मेघा ने तीन महीने पहले अपनी नौकरी उस समय छोड़ दी जब हार्दिक ने घर का खर्चा उठाने का वादा किया था. लॉकडाउन के दौरान उसके पास डेटा एनालिस्ट की नौकरी थी, उसने अपनी नौकरी छोड़ दी थी, और अपने सभी खर्चों के लिए मेघा पर निर्भर था. सूत्र ने द क्विंट को बताया कि हार्दिक स्वभाव से खर्चीला था.
प्रारंभिक जांच के आधार पर पुलिस सूत्रों ने कहा कि नौकरी पाने और कमाई शुरू करने की हार्दिक की 'अनिच्छा' को लेकर यह दोनों नियमित रूप से झगड़ते थे.
एक अन्य सूत्र ने द क्विंट को बताया, "मेघा ने उसे नौकरी करने और कमाना शुरू करने के लिए कहा, जिससे उसने इनकार कर दिया. हत्या से दो दिन पहले, कपल ने इसी कारण से लड़ाई की थी."
पुलिस के बयान के मुताबिक, हार्दिक हीरा व्यापारी का बेटा है- लेकिन अपने माता-पिता से अलग है.
हार्दिक को 21 फरवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है.
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