नौतपा की शुरुआत 25 मई की सुबह सवा छह बजे से हो चुकी है और इस दौरान मौसम में अलग-अलग प्रभाव देखने को मिलता है. नौतपा जेठ के महीने में पड़ने वाले नौ दिन हैं, इसमें भीषण गर्मी पड़ती है. नौतपा तीन जून को खत्म होंगे. ऐसे में बूंदाबांदी की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 31 मई और 1 व 2 जून को तेज हवा चलने और आंधी-तूफान के साथ बारिश होने की संभावना है. हालांकि यह अच्छे संकेत नहीं माने जाते हैं. कहा जाता है कि नौतपा में जितनी गर्मी पड़ती है साल भर बारिश के उतने ही अच्छे आसार होते हैं. इन नौ दिनों में सूर्य की किरणें सीधा धरती पर पड़ती है और भीषण गर्मी पड़ती है.
जानें क्या है नौतपा?
ऐसा कहा जाता है कि रोहिणी नक्षत्र में सूर्य के प्रवेश के दौरान नौतपा शुरू होता है. इस साल सूर्य ने 25 मई से रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश किया है जो 3 जून तक रहेगा. इन नौ दिनों सूर्य की किरणें सीधा धरती पर तपिश छोड़ती हैं, जिस वजह से गर्मी बढ़ती है. इसके साथ ही चंद्रमा नौ नक्षत्रों में भ्रमण करता है जिस कारण ही इसे नौतपा कहा जाता है. अगर रोहिणी के दौरान बारिश हो जाए तो इसे रोहिणी का गलना कहते हैं.
जानें नौतपा पर वैज्ञानिकों का क्या कहना है?
वैज्ञानिकों के अनुसार, नौतपा के दौरान सूर्य की किरणें सीधी धरती पर आती हैं, जिस वजह से तापमान बढ़ता है. ज्यादा गर्मी होने की वजह से मैदानी क्षेत्रों में निम्न दबाव का क्षेत्र बनता है, इससे समुद्री लहरें आकर्षित होती हैं और ठंडी हवाएं मैदान की तरफ बढ़ती हैं. नौतपा में बारिश होने के आसार भी बढ़ जाते हैं.
बताया जा रहा है कि एक जून से तापमान बढ़ेगा, जिसका असर तीन जून तक रहेगा.
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