निर्भया के दोषियों को फांसी मिलने में हो रही देरी से उसकी मां आशा देवी के सब्र का बांध अब टूट गया है. दिल्ली की एक कोर्ट में सुनवाई के दौरान वो रोने लगीं और कोर्ट से मांग करने लगी कि जल्द से दोषियों की फांसी दी जाए, हम 7 सालों से इंतजार कर रहे हैं, लेकिन आज भी हमारे हाथ खाली हैं.
निर्भया गैंगरेप मामले में चारों दोषियों के खिलाफ नए डेथ वारंट जारी करने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई कल के लिए स्थगित हो गई है. कोर्ट में निर्भया की मां ने रोते हुए कहा, “मैं अब भरोसा और उम्मीद खो रही हूं. कोर्ट को सजा में देर कराने के लिए दोषियों की चाल को समझना चाहिए.”
चारों दोषियों की फांसी की सजा पर रोक के खिलाफ केंद्र की याचिका को दिल्ली हाई कोर्ट ने खारिज कर दिया था, जिसके बाद केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी. दिल्ली हाई कोर्ट ने 5 फरवरी को कहा था कि चारों दोषियों को एक साथ फांसी दी जाएगी न कि अलग-अलग.
दोषी ने दे दी थी दया याचिका खारिज होने को ही चुनौती
दोषी विनय शर्मा ने राष्ट्रपति के दया याचिका खारिज करने के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी. राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने एक फरवरी को विनय की दया याचिका खारिज कर दी थी.
16 दिसंबर, 2012 की रात को दक्षिण दिल्ली में एक चलती बस में 23 साल की पैरामेडिकल छात्रा (निर्भया) के साथ गैंगरेप और बर्बरता की गई थी. सिंगापुर के एक अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी.
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