भारत की धर्मनिरपेक्ष छवि को देखते हुए बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से हिंदू और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से मुस्लिम हटाने के विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के सुझाव पर सरकार ने टिप्पणी की है. मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा है कि सरकार का एएमयू और बीएचयू के नाम बदलने का कोई इरादा नहीं है.
मानव संसाधन विकास मंत्रालय का यह बयान यूजीसी के एक पैनल के उस सुझाव के बाद आया है, जिसमें कहा गया था कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के नामों से हिंदू और मुस्लिम जैसे शब्दों को हटाया जाना चाहिए, क्योंकि ये शब्द इन विश्वविद्यालयों की धर्मनिरपेक्ष छवि को नहीं दिखाते हैं.
UGC के पैनल ने अपनी सिफारिश में क्या कहा?
इस पैनल का गठन 10 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में कथित अनियमितताओं की जांच के लिए किया गया था. पैनल ने ये सिफारिशें एएमयू की लेखा परीक्षा रिपोर्ट में की हैं. पैनल के एक सदस्य ने बताया कि केंद्र सरकार से वित्तपोषित विश्वविद्यालय धर्मनिरपेक्ष संस्थान होते हैं.
यूजीसी के पैनल ने कहा - विश्वविद्यालयों के नाम के साथ जुड़े धर्म से संबंधित शब्द संस्थान की धर्मनिरपेक्ष छवि को नहीं दर्शाते हैं. इन विश्वविद्यालयों को अलीगढ़ विश्वविद्यालय और काशी विश्वविद्यालय कहा जा सकता है अथवा इन विश्वविद्यालयों के नाम इनके संस्थापकों के नाम पर रखे जा सकते हैं.
एएमयू और बीएचयू के लिए अलावा जिन विश्वविद्यालयों की ऑडिट की गई है, उनमें पांडीचेरी विश्वविद्यालय, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय, झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय, राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय, जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, त्रिपुरा विश्वविद्यालय और हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय शामिल है.
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