पैगंबर मोहम्मद पर नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) की विवादित टिप्पणी को लेकर कतर और कुवैत (Qatar) ने रविवार, 5 जून को भारतीय राजदूत को तलब किया. कतर के विदेश मंत्रालय ने कतर में भारत के राजदूत डॉ. दीपक मित्तल को एक आधिकारिक मेमो सौंपा है. इस मिडिल-ईस्ट देश ने पैगंबर मुहम्मद और मुसलमानों के खिलाफ बीजेपी नेताओं के बयानों को सिरे से अस्वीकार करते हुए निंदा व्यक्त की है.
कतर के विदेश राज्य मंत्री सुल्तान बिन साद अल मुरैखी ने खुद भारत के राजदूत को ज्ञापन सौंपा है.
मालूम हो कि भारी दबाव के बीच बीजेपी ने आज प्रवक्ता नूपुर शर्मा को पार्टी से सस्पेंड कर दिया.
भारत सरकार से सार्वजनिक माफी और टिप्पणियों की तत्काल निंदा की उम्मीद
कतर ने भारत में सत्ताधारी पार्टी बीजेपी के उस बयान का स्वागत किया है जिसमें उसने नूपुर शर्मा को पार्टी से निलंबित करने की घोषणा की. लेकिन साथ ही कतर ने कहा है कि वह भारत सरकार से सार्वजनिक माफी और इन टिप्पणियों की तत्काल निंदा करने की उम्मीद कर रहा है.
कतर के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार
"कतर भारत सरकार से सार्वजनिक माफी और इन टिप्पणियों की तत्काल निंदा की उम्मीद कर रहा है. इस तरह की इस्लामोफोबिक टिप्पणियों को बिना सजा के जारी रखने की अनुमति देना, मानवाधिकारों की सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा है. यह पूर्वाग्रह और हाशियाकरण का कारण बन सकता है, जो हिंसा और नफरत का एक चक्र पैदा करेगा"
ट्वीट हमारे विचारों को प्रदर्शित नहीं करता- भारत सरकार
जारी बयान के अनुसार कतर के विरोध का जवाब देते हुए भारत सरकार ने कहा है कि "हमारी सभ्यताग की विरासत और विविधता में एकता की मजबूत सांस्कृतिक परंपराओं के अनुरूप ही भारत सरकार सभी धर्मों को सर्वोच्च सम्मान देती है. अपमानजनक टिप्पणी करने वालों के खिलाफ पहले ही कड़ी कार्रवाई की जा चुकी है."
दोहा स्थित भारतीय दूतावास द्वारा जारी इस प्रेस रिलीज में आगे कहा गया है कि
"राजदूत ने क़तर तक यह सन्देश पहुंचाया कि ट्वीट किसी भी तरह से भारत सरकार के विचारों को नहीं दर्शाते हैं... हमें ऐसे शरारती तत्वों के खिलाफ मिलकर काम करना चाहिए जो हमारे द्विपक्षीय संबंधों की ताकत को कम करना चाहते हैं"
मिडिल ईस्ट देशों में हो रहा विरोध
भारत में सत्ताधारी पार्टी बीजेपी के नेता द्वारा पैगंबर मुहम्मद के कथित अपमान के बाद कतर मिस्र, ओमान, और सऊदी अरब जैसे मिडिल ईस्ट देशों में सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर पर PM मोदी के खिलाफ हैशटैग ट्रेंड करने लगा. इन हैशटैग में भारत और भारतीय उत्पादों के बहिष्कार की अपील भी की गयी थी.
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