उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे के बीच चिकित्सा विभाग में कार्यरत ऑक्सीलरी नर्स मिडवाईफ (एएनएम) की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई. महिला की एक आइसोलेशन सेंटर पर ड्यूटी लगी थी, इसके बाद वे छुट्टी पर थीं. उनके परिजनों का कहना है कि उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी.
सहारनपुर के सीएमओ डा. बी एस सोढी ने बताया कि महिला सुनेहटीखडखडी ब्लाक क्षेत्र में एएनएम थीं. स्वास्थ्य कर्मी की ड्यूटी 29 मार्च से 21 अप्रैल तक सहारनपुर के दिल्ली रोड स्थित मदर टेरेसा पैरा मेडिकल कालेज में बनाये गये महिला आइसोलेशन सेंटर में लगी थी.
सोढी ने बताया कि 21 दिन की ड्यूटी करने के बाद एएनएम को छुट्टी देकर घर पर ही आराम करने की हिदायत दी गई थी. महिला की मृत्यु उस वक्त हुई, जब उन्हें सांस लेने में दिक्कत की शिकायत के बाद अस्पताल ले जाया जा रहा था.
सोढी ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया है. रिपोर्ट आने के बाद ही उसकी मृत्यु का कारण स्पष्ट हो पायेगा.
कोरोना योद्धाओं की स्वास्थ्य सुरक्षा पर सवाल
बता दें कोरोना संक्रमण से लड़ने में ड्यूटी कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिसवालों की स्वास्थ्य सुरक्षा का सवाल लगातार खबरों में है. कई मीडिया रिपोर्ट्स में पर्याप्त संख्या में पर्सनल प्रोटेक्शन किट न होने जैसी खबरें सामने आ रही हैं. इनके चलते यह लोग जान जोखिम डालकर काम करने पर मजबूर हैं.
MP में बड़ी संख्या में स्वास्थ्यकर्मी-पुलिसकर्मी संक्रमित
मध्यप्रदेश के भोपाल में हाल में करीब 40 स्वास्थ्यकर्मियों और दो दर्जन से ज्यादा पुलिसवालों के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी. इस बीच उज्जैन में पदस्थ एक थाना प्रभारी की संक्रमण के चलते मौत भी हो गई थी. इससे पहले वहां इंस्पेक्टर देवेंद्र चंद्रवंशी की भी मौत हो गई थी. उनका दस दिन से इंदौर में इलाज चल रहा था. इससे पहले इंदौर में डॉक्टर शंकर पंजवानी की भी कोरोना संक्रमण से मौत हो गई थी.
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इनपुट- पीटीआई और अन्य
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