भारत (India) में ओमिक्रॉन (Omicron) के मामले अब दोगुना तेजी से बढ़ते दिखाई देने लगे हैं. अब से कुछ दिनों पहले ओमिक्रॉन के दो मामलों से शुरू हुई संख्या अब 1500 के भी पार है. ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variant) के साथ कोरोना (Corona) के मामलों में बीते कुछ दिनों में तेजी देखी गई है. बीते 24 घंटे में कोरोना से देशभर में 284 मौतें दर्ज की गई हैं.
इस बीच एनडीटीवी की एक रिपोर्ट ने दावा किया है कि भारत में ओमिक्रॉन का एक बड़ा स्वास्थ्य संकट बहुत जल्द आ सकता है और ओमिक्रॉन अब भारत में कोरोना का मुख्य वैरिएंट है.
रिसर्च के आधार पर बनाई गई रिपोर्ट
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत में ओमिक्रॉन मामलों की आधिकारिक संख्या लगभग 1 500 होने का अनुमान है लेकिन वास्तव में यह 10 गुना से अधिक हो सकता है. रोजाना बढ़ते हुए मामलों के साथ 18,000 तक.
रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली और मुंबई की एक-एक लैब डेटा इकट्ठा किया गया. जिसके अनुसार यह पता चलता है कि ओमिक्रॉन की टेस्टिंग से पता चलता है कि सभी कोविड मामलों में ओमिक्रॉन अब लगभग 60 प्रतिशत तक पहुंच गया है. मुंबई में एक और ओमिक्रॉन लैब ने कहा कि कुल टेस्ट में ओमिक्रॉन 60 प्रतिशत है जो एक हफ्ते पहले 37 प्रतिशत था.
एनडीटीवी में छपी खबर के अनुसार यह रिपोर्ट एनडीटीवी के मेहर पांडे और सौरभ गुप्ता द्वारा स्टडी की गई विशेष जानकारी पर आधारित है.
रिपोर्ट में भारत में दूसरी वेव की पीक में आए मामलों की तुलना हॉस्पिटल में भर्ती हुए मरीजों से करके बताया गया कि अनुमानित तौर पर 20 लाख ओमिक्रॉन के मामलों के साथ तीसरी लहर जब पीक पर होगी तो परिणामस्वरूप प्रति दिन 60,000 ओमिक्रॉन के मरीज अस्पताल में भर्ती होंगे.
साउथ अफ्रीका में ओमिक्रॉन के मामलों की स्टडी करने के बाद बताया गया कि भारत के लिए पॉजिटिव बात यह होगी के इसकी पीक का असर जल्द खत्म होगा. इसके मामले तेजी से बढ़ते और तेजी से घटते हैं.
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