टी-20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) में पाकिस्तान (Pakistan) की जीत का जश्न मनाने के आरोप में कश्मीर के छात्रों को आगरा जेल में रखा गया है. अब तीनों आरोपी कश्मीरी छात्रों को जेल की अलग बैरक में रखा गया है. यहां तक कि एक भी वकील इन छात्रों का केस लड़ने को तैयार नहीं हुआ है.
जेल प्रशासन ने तीनों छात्रों का कोविड टेस्ट करवाया है. हालांकि पहले हुए एंटीजन टेस्ट में तीनों रिपोर्ट निगेटिव आई थी.
जेल अधीक्षक पीडी सलोनिया ने बताया कि इन छात्रों को अभी नए कैदी वाली बैरक में रखा गया है आरटीपीसीआर टेस्ट करवाया गया है, हालांकि जेल में लाने के बाद एंटीजेन टेस्ट नेगेटिव आया है.
उन्होंने बताया था कि इन छात्रों को अलग बैरक में रखा जाएगा.
कल रात लगभग 8 बजे के बाद एक छात्र इनायत के चाचा रियाज आगरा के जिले बिचपुरी स्थित कॉलेज पहुंचे, हालांकि कॉलेज का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी न मिलने की वजह से उनकी मुलाकात नहीं हो पाई थी. वहीं अन्य दो छात्रों अरशद और शौकत के परिजनों के आज पहुंचने की संभावना है.
बता दें कि आगरा के स्थानीय वकीलों ने इनका केस लड़ने से भी इनकार कर दिया है.
स्थानीय वकील संघ आगरा ने मामला लेने से इनकार कर दिया और कहा कि वे देशद्रोह के आरोप में दर्ज तीन कश्मीरी छात्रों के मामले की पैरवी नहीं करेंगे.
अब इन छात्रों का बचाव करने के लिए कहीं और से वकील की व्यवस्था की गई है. अब अधिवक्ता मधुवन चतुर्वेदी इन छात्रों का केस लड़ेंगे.
जेल में छात्रों से मुलाकात करने के लिए घरवालों को संबंधित जिले के डीएम से वेरिफाइड रिपोर्ट की जरूरत होगी. जिसके बाद ही मुलाकात कराई जा सकती है. ऐसे में अगर घरवाले बिना वेरिफाइड कराए आगरा आते हैं तो उनके लिए छात्रों से मुलाकात करना असंभव होगा.
दरअसल 27 अक्टूबर को आरोपित तीनों छात्रों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उन पर 24 अक्टूबर को टी-20 विश्चकप मैच में भारत पर पाक की जीत का जश्न मनाने का आरोप लगा था.
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