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12 सांसदों के निलंबन पर विपक्ष की बैठक,वेंकैया नायडू बोले-निलंबन नहीं होगा रद्द

इस बैठक में 16 Opposition Parties ने भाग लिया.

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भारत
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संसद के मॉनसून सत्र के दौरान हंगामा करने की वजह से 12 विपक्षी सांसदों (Opposition MPs) को संसद के पूरे शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है. अब इसे लेकर विपक्ष में नारजगी है. जिसके बाद आज 30 नवंबर को विपक्षी दलों ने संसद में बैठक बुलाई है. इस मौके पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी मौजूद रहे.

इस बैठक में शीतकालीन सत्र के शेष भाग के लिए राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन के बाद भविष्य की रणनीति पर चर्चा हुई.

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ये बैठक राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे के संसद कार्यालय में बुलाई गई थी, जिसमें 16 दलों ने भाग लिया.

कांग्रेस, डीएमके, शिवसेना, एनसीपी, सीपीएम, CPI, RJD, IUML, एमडीएमके, एलजेडी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, आरएसपी, टीआरएस, केरल कांग्रेस, वीसीके, AAP ने बैठक में हिस्सा लिया.

बता दें कि बैठक के बाद राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन को लेकर विपक्षी दल राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू से मिलने की बात कही थी.

वेंकैया नायडू ने निलंबन वापसी से किया मना

बैठक के बाद कांग्रेस और दूसरी विपक्षी पार्टियों के सांसदों ने राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू से 12 सांसदों के निलंबन को रद्द करने के अनुरोध किया. लेकिन वेंकैया नायडू ने निलंबन वापस लेने से मना कर दिया. जवाब देते हुए राज्‍यसभा के चेयरमैन वेंकैया नायडू ने कहा,

'निलंबित सांसदों ने अफसोस नहीं जताया है. मैं विपक्ष के नेता (मल्लिकार्जन खडगे) की अपील पर विचार नहीं कर रहा हूं. निलंबन वापस नहीं लिया जाएगा.'

जिसके बाद विपक्षी सांसदों ने लोकसभा और राज्यसभा से वाकआउट किया और फिर 12 सांसदों के निलंबन के विरोध में संसद परिसर में मौजूद महात्‍मा गांधी की प्रतिमा के सामने अपना विरोध जताया.

कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "हमने राज्यसभा के उन 12 विपक्षी सदस्यों का समर्थन करने के लिए लोकसभा से वाकआउट किया है जिन्हें निलंबित कर दिया गया है. मौजूदा शीतकालीन सत्र से निलंबन की कार्रवाई 'पूर्वव्यापी प्रभाव' की ओर इशारा करती है. माफी क्यों मांगनी चाहिए?"

"माफी मांगने का सवाल ही नहीं उठता है"

बैठक से पहले कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "भविष्य की कार्रवाई पर चर्चा के लिए विपक्षी दल आज बैठक कर रहे हैं. माफी मांगने का सवाल ही नहीं उठता. सांसदों को सदन के नियमों के खिलाफ निलंबित कर दिया गया. यह कार्रवाई 12 सांसदों के निलंबन पर राज्यसभा में विपक्षी एलओपी की आवाज का गला घोंटने जैसा है."

कौन हैं निलंबित 12 सांसद

निलंबित सदस्यों में कांग्रेस से छह, तृणमूल कांग्रेस और शिवसेना के दो-दो, और सीपीआई और सीपीएम से एक-एक शामिल हैं. इनमें फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन और कांग्रेस के अखिलेश प्रसाद सिंह हैं. वहीं तृणमूल कांग्रेस से डोला सेन और शांता छेत्री, शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई, सीपीएम के एलाराम करीम और CPI के बिनॉय विश्वम शामिल हैं.

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