पांच दिनों से लगातार पेट्रोल-डीजल की कीमतों (Petrol Diesel Price Hike) में बढ़ोत्तरी जारी है. आज 26 मार्च को भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई, कच्चे माल की लागत में बढ़ोतरी के कारण तेल कंपनियों ने पांच दिनों में यह चौथी बार कीमतों में बढ़ोत्तरी की है.
राज्य के ईंधन खुदरा विक्रेताओं की मूल्य अधिसूचना के अनुसार, दिल्ली में पेट्रोल (Petrol Price in Delhi) की कीमत अब 98.61 रुपये प्रति लीटर होगी, जबकि पहले यह 97.81 रुपये थी, जबकि डीजल की कीमत 89.07 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 89.87 रुपये हो गई है.
22 मार्च को साढ़े चार महीने के लंबे अंतराल के बाद से सभी चार बार हुई बढ़ोत्तरी में 80 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गई है. जून 2017 में डेली प्राइस रिवीजन शुरू होने के बाद से ये वृद्धि एक दिन में सबसे तेज वृद्धि है.पिछली चार बढ़ोतरी में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 3.20 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है.
केंद्र का कहना है कि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण ईंधन की कीमतें बढ़ी हैं.संसद के एक सत्र के दौरान, केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा,
"भारत में, 80% तेल आयात किया जाता है. रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में तेल की कीमतें बढ़ गई हैं और हम इसके बारे में कुछ नहीं कर सकते हैं."नितिन गडकरी, केंद्रीय परिवहन मंत्री
वह तेल कंपनियां, जिन्होंने कच्चे तेल (ईंधन उत्पादन के लिए कच्चा माल) की कीमतों में नवंबर की शुरुआत में लगभग 82 अमरीकी डालर की तुलना में 117 अमरीकी डालर प्रति बैरल की बढ़ोतरी के बावजूद रिकॉर्ड 137 दिनों के लिए पेट्रोल और डीजल दरों में बदलाव नहीं किया था, अब उपभोक्ताओं पर कीमतों का बोझ डाल रहे हैं.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विसेज ने कहा कि स्टेट-ओन्ड ईंधन रिटेलर्स - इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) को चुनावों के दौरान पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव नहीं करने की वजह से लगभग 2.25 बिलियन अमरीकी डालर (19,000 करोड़ रुपये) का नुकसान हुआ है.
(न्यूज इनपुट्स - एनडीटीवी)
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