पंजाब विधानसभा चुनावों (Punjab Election) के पहले फिरोजपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) की पहली रैली ‘सुरक्षा में बड़ी चूक’ के कारण 5 दिसंबर को रद्द कर दी गयी.
ANI की रिपोर्ट के अनुसार गृह मंत्रालय ने कहा कि
"हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक से लगभग 30 किलोमीटर दूर, जब पीएम का काफिला एक फ्लाईओवर पर पहुंचा, तो पाया गया कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने रोड को ब्लॉक कर दिया था. पीएम 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहे. यह पीएम की सुरक्षा में एक बड़ी चूक थी.”
हालांकि दूसरी तरफ पंजाब की चन्नी सरकार ने पीएम मोदी की सुरक्षा में किसी भी चूक से इनकार किया है. इस पूरे प्रकरण के बीच भारत में प्रधानमंत्री के काफिले का सुरक्षा प्रोटोकॉल खबर में है. जानते हैं कि किस तरह प्रधानमंत्री के चारों ओर बनाया जाता है सुरक्षा का अभेद्य किला.
स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप- जिसके हाथ में PM की सुरक्षा का जिम्मा
प्रधान मंत्री, पूर्व प्रधानमंत्रियों और उनके निकट परिवार के सदस्यों को सुरक्षा कवर प्रदान करने के इरादे से 1985 में विशेष सुरक्षा समूह (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप/ SPG) का गठन किया गया था.
SPG शारीरिक दक्षता, निशानेबाजी, युद्ध और निकट सुरक्षा रणनीति में हाई ट्रेंड है और सभी केंद्रीय और राज्य एजेंसियों द्वारा पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इनको सहायता दी जाती है.
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के सिक्योरिटी डिटेल में हाल ही में बुलेटप्रूफ मर्सिडीज मेबैक कार जुड़ा है. इससे पहले पीएम बुलेटप्रूफ रेंज रोवर वोग और टोयोटा लैंड क्रूजर में घूमते थे.
पीएम मोदी की नई कार- सिक्योरिटी बेमिसाल
पीएम मोदी के काफिले की नई कार, मर्सिडीज मेबैक एस 650 गार्ड, को दुनिया भर में VIP के लिए प्रोटेक्टेड वाहनों में सबसे ऊपर माना जाता है और यह बुलेट- और ब्लास्ट-प्रूफ दोनों है.
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि इस कार को हाल ही में पीएम के काफिले के हिस्से के रूप में शामिल किया गया था और पीएम को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की नई दिल्ली की दो दिवसीय यात्रा के दौरान इस कार में घूमते हुए देखा गया था.
मर्सिडीज कंपनी और SPG के बीच कई दौर की बातचीत के बाद इसे पीएम मोदी के सिक्योरिटी डिटेल में किया गया है. SPG ने न केवल कार की प्रत्येक सुरक्षात्मक विशेषता की जांच की है, बल्कि पीएम की सुरक्षा की जरूरतों के लिए कुछ बदलाओं का भी आदेश दिया था.
S 650 गार्ड में बैलिस्टिक सुरक्षा स्तर VR10 का है. यह नागरिकों के लिए उपलब्ध उच्चतम प्रमाणन मानक (certification standard) है, जो 360 डिग्री सुरक्षा सुनिश्चित करता है.
यह कार स्मोक या खतरनाक गैसों या यहां तक कि गैस अटैक जैसे अनदेखी खतरों से निपटने के लिए भी सुसज्जित है. ऐसी स्थिति में इसकी इमरजेंसी फ्रेश एयर सिस्टम चालू हो जाती है, जो अंदर रहने वाले की रक्षा करती है.
काफिले में दो डमी कार, लगे होते हैं जैमर
पीएम के कार के अलावा उनके काफिले में दो डमी कारें भी होती हैं जिसमे जैमर लगे होते हैं. कार के ऊपर बहुत-से एंटीना लगे रहते हैं जिसमें रोड के दोनों तरफ 100 मीटर की दूरी पर रखे बम को डिफ्यूज करने की क्षमता होती है.
जब प्रधानमंत्री किसी राज्य में कहीं जाते हैं, तो सुरक्षा के लिए उनका रूट करीब 7 घंटे पहले ही तय किया जाता है. साथ ही काफिले के लिए हमेशा दो ऑप्शनल रुट भी तय रहते हैं. मुख्य रुट में तकनीकी या दूसरे कारणों से अंतिम समय में बदलाव की स्थिति में SPG इन ऑप्शनल रुट का इस्तेमाल कर सकती है.
खास बात है कि अगर पीएम हेलीकॉप्टर से यात्रा कर रहे होते हैं तब भी मौसम खराब होने पर भी वे ऑप्शनल रुट से ही यात्रा करते हैं, जो पहले से ही तय रहते हैं- जैसा 5 जनवरी को करने की कोशिश की गयी. हालांकि ऑप्शनल रूट पर ही प्रदर्शनकारी किसानों ने रोड ब्लॉक कर रखा था.
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