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कोरोना: सीमित संसाधनों के बीच मुश्किलों से लोहा ले रहे भारतीय- PM

पीएम मोदी ने देशभर के सरपंचों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की

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कोरोना वायरस संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 अप्रैल की सुबह राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के मौके पर देशभर के सरपंचों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की. इस दौरान उन्होंने e-GramSwaraj पोर्टल, मोबाइल ऐप और स्वामित्व योजना को भी लॉन्च किया.

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पीएम मोदी ने कहा, ‘’आज लॉन्च हुए ऐप के जरिए ग्राम पंचायतों के फंड, उसके कामकाज की पूरी जानकारी होगी. इसके माध्यम से पारदर्शिता भी आएगी और परियोजनाओं के काम में भी तेजी आएगी. स्वामित्व योजना से ग्रामीणों को एक नहीं अनेक लाभ होंगे. इससे संपत्ति को लेकर भ्रम और झगड़े खत्म होंगे. इससे गांव में विकास योजनाओं की प्लानिंग में मदद मिलेगी. इससे शहरों की तरह गांवों में भी आप बैंकों से लॉन ले सकेंगे.’’

इसके अलावा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान पीएम ने कहा

  • कोरोना ने हम सभी के काम करने के तरीके को बहुत बदल दिया है. पहले हम किसी कार्यक्रम को आमने-सामने रहकर करते थे, लेकिन आज वही कार्यक्रम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से करना पड़ रहा है
  • कोरोना महामारी ने हमारे लिए अनेक मुसीबतें पैदा की हैं, जिनकी हमने कभी कल्पना तक नहीं की थी. लेकिन इससे भी बड़ी बात ये है कि इस महामारी ने हमें नई शिक्षा और संदेश भी दिया है
  • मैं इस कार्यक्रम के माध्यम से सभी लोगों तक एक संदेश देना चाहता हूं. कोरोना संकट ने सबसे बड़ा सबक हमें जो सिखाया है कि अब हमें आत्मनिर्भर बनना ही पड़ेगा
  • इस कोरोना संकट ने दिखा दिया है कि देश के गांवों में रहने वाले लोगों ने इस दौरान अपने संस्कारों, अपनी परंपराओं की शिक्षा के दर्शन कराए हैं. गांवों से जो अपडेट्स आ रहा है, वो बड़े-बड़े विद्वानों के लिए भी प्रेरणा देने वाला है
  • आप सभी ने दुनिया को बहुत सरल शब्दों में मंत्र दिया है- ‘दो गज दूरी’ का, या कहें ‘दो गज देह की दूरी’ का. इस मंत्र के पालन पर गांवों में बहुत ध्यान दिया जा रहा है. ये आपके ही प्रयास हैं कि आज दुनिया में चर्चा हो रही है कि कोरोना को भारत ने किस तरह जवाब दिया है
पीएम मोदी ने कहा, ‘’इतना बड़ा संकट आया, इतनी बड़ी वैश्विक महामारी आई, लेकिन इन 2-3 महीनों में हमने ये भी देखा है कि भारत का नागरिक, सीमित संसाधनों के बीच अनेक कठिनाइयों के सामने झुकने के बजाय, उनसे टकरा रहा है, लोहा ले रहा है.’’

इसके अलावा उन्होंने कहा, ''ये सही है कि रुकावटें आ रही हैं, परेशानी हो रही है, लेकिन संकल्प की सामर्थ्य दिखाते हुए, नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ते हुए, नए-नए तरीके खोजते हुए, देश को बचाने का और देश को आगे बढ़ाने का काम भी निरंतर जारी है.''

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