ADVERTISEMENTREMOVE AD

कृषि कानूनों को वापस लेने से MSP कमेटी गठन तक- PM मोदी के संबोधन की 8 बड़ी बातें

तीनों कृषि कानूनों को वापस लेगी केंद्र सरकार, शीतकालीन सत्र में संवैधानिक प्रक्रिया को पूरा करेंगे - पीएम मोदी

Updated
भारत
4 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

केंद्र सरकार विवादास्पद तीनों कृषि कानूनों (farm laws) को वापस लेगी. इसका ऐलान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने आज देश के नाम संबोधन में किया. उन्होंने कहा कि कृषि अर्थशास्त्रियों ने, वैज्ञानिकों ने, प्रगतिशील किसानों ने भी कृषि कानूनों के महत्व को समझाने का भरपूर प्रयास किया लेकिन इतनी पवित्र बात, पूर्ण रूप से शुद्ध, किसानों के हित की बात, हम अपने प्रयासों के बावजूद कुछ किसानों को समझा नहीं पाए.

ADVERTISEMENTREMOVE AD
आइये डालते हैं नजर देश के नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन की 7 बड़ी बातों पर:

तीनों कृषि कानूनों को वापस लेगी केंद्र सरकार, शीतकालीन सत्र में संवैधानिक प्रक्रिया को पूरा करेंगे - पीएम मोदी

पीएम मोदी का पूरा संबोधन कृषि से जुड़े मुद्दों इर्द-गिर्द ही रहा और इसमें सबसे बड़ी बात यही थी कि आखिरकार केंद्र सरकार प्रदर्शनकारी किसानों के सामने झुकने को तैयार हो गयी है. उन्होंने कहा कि कृषि अर्थशास्त्रियों, वैज्ञानिकों, प्रगतिशील किसानों ने भी कृषि कानूनों के महत्व को समझाने का प्रयास किया लेकिन हम अपने प्रयासों के बावजूद कुछ किसानों को समझा नहीं पाए.

“आज मैं आपको, पूरे देश को, ये बताने आया हूं कि हमने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का निर्णय लिया है. इस महीने के अंत में शुरू होने जा रहे संसद सत्र में, हम इन तीनों कृषि कानूनों को रिपील करने की संवैधानिक प्रक्रिया को पूरा कर देंगे”
पीएम मोदी

एमएसपी को और अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाने के लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा- पीएम मोदी

कृषि कानूनों पर प्रदर्शनकारी किसानों का सबसे बड़ा डर था एमएसपी नहीं मिलने का. पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान बताया कि एमएसपी को और अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाने के लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा. इस कमेटी में केंद्र सरकार, राज्य सरकारों के प्रतिनिधि के साथ-साथ किसान, कृषि वैज्ञानिक और कृषि अर्थशास्त्री भी शामिल होंगे.

“एमएसपी को और अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाने के लिए, ऐसे सभी विषयों पर, भविष्य को ध्यान में रखते हुए, निर्णय लेने के लिए, एक कमेटी का गठन किया जाएगा. इस कमेटी में केंद्र सरकार, राज्य सरकारों के प्रतिनिधि होंगे, किसान होंगे, कृषि वैज्ञानिक होंगे, कृषि अर्थशास्त्री होंगे”
पीएम मोदी

हमारी सरकार नेक नीयत से कृषि कानून लेकर आई थी- पीएम मोदी

शुरू से ही कृषि कानूनों पर किसानों का विरोध झेल रही केंद्र सरकार के अगुआ पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि हमारी सरकार नेक नीयत से कृषि कानून लेकर आई थी

“हमारी सरकार, किसानों के कल्याण के लिए, खासकर छोटे किसानों के कल्याण के लिए, देश के कृषि जगत के हित में, देश के हित में, गांव गरीब के उज्जवल भविष्य के लिए, पूरी सत्य निष्ठा से, किसानों के प्रति समर्पण भाव से, नेक नीयत से ये कानून लेकर आई थी.. किसानों की स्थिति को सुधारने के इसी महाअभियान में देश में तीन कृषि कानून लाए गए थे. मकसद ये था कि देश के किसानों को, खासकर छोटे किसानों को, और ताकत मिले, उन्हें अपनी उपज की सही कीमत और उपज बेचने के लिए ज्यादा से ज्यादा विकल्प मिले”
पीएम मोदी
ADVERTISEMENTREMOVE AD

मैं आज देशवासियों से क्षमा मांगता हूं- पीएम मोदी 

संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने देशवासियों से क्षमा मांगते हुए कहा कि

"मैं आज देशवासियों से क्षमा मांगते हुए, सच्चे मन से और पवित्र हृदय से कहना चाहता हूं कि शायद हमारी तपस्या में ही कोई कमी रही होगी जिसके लिए कारण दिए के प्रकाश जैसा सत्य कुछ किसान भाइयों को हम समझा नहीं सके. आज गुरु नानक देव जी का पवित्र प्रकाश पर्व है. यह समय किसी को भी दोष देने का नहीं है"

हमारी सरकार द्वारा की गई उपज की खरीद ने पिछले कई दशकों के रिकॉर्ड तोड़ दिए- पीएम मोदी

पंजाब और उत्तर प्रदेश जैसे किसानों के प्रभुत्व वाले राज्यों के आगामी विधानसभा चुनाव के पहले पीएम मोदी ने इस संबोधन में देश के सामने दावा किया है कि उनकी सरकार द्वारा की गई उपज की खरीद ने पिछले कई दशकों के रिकॉर्ड तोड़ा है.

“हमने MSP तो बढ़ाई ही, साथ ही साथ रिकॉर्ड सरकारी खरीद केंद्र भी बनाए. हमारी सरकार द्वारा की गई उपज की खरीद ने पिछले कई दशकों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं.”
पीएम मोदी

केंद्र सरकार का कृषि बजट पहले से 5 गुणा बढ़ा- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने अपने सम्बोधन के दौरान देश से यह भी दावा किया कि केंद्र सरकार का कृषि बजट पहले से 5 गुणा बढ़ गया है. गौरतलब है कि हजारों किसान, जिनमें से ज्यादातर पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हैं, 28 नवंबर, 2020 से दिल्ली के बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं. वो तीन कृषि कानूनों को पूरी तरह से निरस्त करने और अपनी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी की मांग कर रहे थें.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

मैंने किसानों की चुनौतियों को बहुत करीब से देखा- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में किसानों की चुनौतियों को बहुत करीब से देखा है.

“अपने पांच दशक के जीवन में किसानों की चुनौतियों को बहुत करीब से देखा है जब देश हमें 2014 में प्रधानसेवक के रूप में सेवा का अवसर दिया तो हमने कृषि विकास, किसान कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी”
पीएम मोदी

डेढ़ साल के अंतराल के बाद करतारपुर साबिह कॉरिडोर का खुलना सुखद- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि डेढ़ साल के अंतराल के बाद करतारपुर साबिह कॉरिडोर का खुलना सुखद है.

“आज गुरु नानक देव जी का पवित्र प्रकाश पर्व है. मैं विश्वभर में सभी लोगों को और सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई देता हूं. ये भी बहुत सुखद है, कि डेढ़ साल के अंतराल के बाद करतारपुर साबिह कॉरिडोर अब फिर से खुल गया है.. गुरु नानक जी ने कहा था "विच दुनिया सेव कमाये, तान दरगाह बैसन पाई". इसका अर्थ है कि राष्ट्र के प्रति सेवा का मार्ग अपनाने से ही जीवन अच्छा चल सकता है. लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए हमारी सरकार सेवा की भावना के साथ काम कर रही है.”
पीएम मोदी

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×