लालकिले की प्राचीर से पीएम मोदी ने महिलाओं का भी मुद्दा उठाया. महिलाओं के साथ हो रही हिंसक घटनाओं के साथ-साथ पीएम मोदी ने तीन तलाक का भी जिक्र किया. पिछले कुछ दिनों से महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार पर विपक्ष अक्सर पीएम मोदी की चुप्पी पर सवाल उठा रहा था, आज पीएम मोदी ने अपने भाषण में देश में रही कई घटनाओं का जिक्र किया.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा-
रेप के शिकार लड़की को तो पीड़ा होती है, लेकिन जितनी पीड़ा उस लड़की को होती है, उससे ज्यादा पीड़ा हमे इस समाज के लोगों को होनी चाहिए. इस राक्षसी प्रवृत्ति के लोगों के अंदर भय पैदा करना होगा. पिछले दिनों मध्य प्रदेश में बलात्कारियों को पांच दिन में सजा सुना दी गई है. राजस्थान में भी दोषियों को फांसी की सजा हुई है. हमें इसे प्रचारित करना होगा और इस विकृति पर हमला करना होगा. कानून का शासन होना चाहिए.
पिछले दिनों हुई कुछ घटनाओं का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि हमें ऐसी मानसिकता ऐसी सोच पर प्रहार करने की जरूरत है. किसी को कानून हाथ में लेने का हक नहीं दिया जा सकता है. बच्चों का ऐसे परवरिश होना चाहिए कि उसे पता हो कि महिला का सम्मान कैसे किया जाए. हमें अपने परिवार से ही इसकी शुरुआत करनी होनी.
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तीन तलाक पर भी बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने अपने भाषण में तीन तलाक का जिक्र करते हुए कहा कि मुस्लिम महिलाएं तीन तलाक की वजह से जिस तनाव से गुजर रही हैं, मैं उन महिलाओं को इन कुरीतियों से छुटकारा दिलाना चाहता हूं, लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं, जो इस बिल को पारित नहीं होने दे रहे हैं. लेकिन मैं आपको यकीन दिलाता हूं कि मैं आपको न्याय दिलवा कर रहूंगा.
पीएम का महिलाओं को तोहफा
पीएम ने औरतों और लड़कियों की तारीफ करते हुए कहा कि स्कूल से सेनाओं तक महिलाएं कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही हैं.
देश में पहली बार सुप्रीम कोर्ट में 3 महिला जज मौजूद हैं. आजादी के बाद पहली कैबिनेट जिसमें सबसे ज्यादा महिलाएं.
इसी के साथ पीएम ने एलान किया कि सशस्त्र सेना में SSC के जरिए नियुक्त महिला अधिकारियों को पुरुष समकक्ष अधिकारियों की तरह स्थाई कमीशन बनेंगे.
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