कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ( Karnataka CM Siddaramaiah) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को पत्र लिखकर जनता दल (सेक्युलर) पार्टी सांसद और कथित यौन शोषण के आरोपों में घिरे प्रज्वल रेवन्ना (Prajwal Revanna) का राजनयिक पासपोर्ट रद्द कर उसकी भारत वापसी सुनिश्चित करने के लिए कार्रवाई तेज करने की मांग की है.
इससे पहले मामले की जांच कर रही एसआईटी ने भी विदेश मंत्रालय से प्रज्वल का पासपोर्ट रद्द करने की मांग की थी.
वहीं पीएम मोदी को लिखे अपने पत्र में सिद्धारमैया ने कहा, “यह निंदनीय है कि 27 अप्रैल 2024 को अपने शर्मनाक कृत्य की वजह से चर्चा में आए प्रज्वल रेवन्ना अपने राजनयिक पासपोर्ट के सहारे जर्मनी भाग जाता है. ऐसे में उसका पासपोर्ट रद्द किया जाना चाहिए.“
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सीएम सिद्धारमैया के पत्र का जवाब विदेश मंत्रालय ने दिया है.
मंत्रालय ने कहा, "कार्रवाई जारी है. जल्द ही प्रज्वल रेवन्ना की स्वदेश वापसी होगी."
इससे पहले, कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने भी केंद्र सरकार से प्रज्वल रेवन्ना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने की मांग की थी. लेकिन केंद्र ने कोई जवाब नहीं दिया था, जिस पर परमेश्वर ने कहा था, "केंद्र की जिम्मेदारी बनती है कि वो इस मामले को संज्ञान में लेकर कार्रवाई तेज करे."
हालांकि, यह पहली दफा नहीं है कि जब सीएम सिद्धारमैया ने पीएम मोदी को खत लिखा हो, बल्कि इससे पहले भी सीएम 1 मई को इस मामले में प्रधानमंत्री को खत लिख चुके हैं. इसमें उन्होंने प्रज्वल रेवन्ना का डिप्लोमेटिक पासपोर्ट रद्द करने के साथ ही उसे भारत वापस लाने की दिशा में कार्रवाई तेज करने की भी मांग की थी.
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि कथित सेक्स स्कैंडल का मामला सामने आने के बाद हासन से जेडी (एस) सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर आरोप है कि वह अपने डिप्लोमेटिक पासपोर्ट पर 27 अप्रैल को देश छोड़कर भाग गए थे. इस मामले में एसआईटी उनके खिलाफ जांच कर रही है. इसके अलावा, इंटरपोल ने उनके खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस भी जारी किया है. 33 साल के प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ महिलाओं के साथ कथित यौन शोषण के मामले में केस दर्ज है.
आपको बता दें कि हासन लोकसभा सीट से प्रज्वल रेवन्ना चुनाव लड़ रहे है, लेकिन 26 अप्रैल को मतदान होने के बाद वो 27 अप्रैल को विदेश फरार हो गए थे.
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