चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने साफ कर दिया है कि वो कांग्रेस में शामिल नहीं होंगे. एम्पावर्ड एक्शन ग्रुप (EAG) के हिस्से के रूप में प्रशांत किशोर ने कांग्रेस में शामिल होने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया गया है. इसके बाद से कांग्रेस के कई नेता प्रशांत किशोर के खिलाफ बयान दे रहे हैं. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी ने पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी कि प्रशांत किशोर कांग्रेस में शामिल नहीं होंगे. वहीं राजस्थान सरकार में मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने भी पीके पर निशाना साधा है.
प्रशांत किशोर को लेकर राहुल की भविष्यवाणी
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी ने पहले दिन ही भविष्यवाणी की थी कि प्रशांत किशोर कांग्रेस में शामिल नहीं होंगे. पार्टी सूत्रों ने आज कहा कि कई नेताओं को लगा कि रणनीतिकार प्रशांत किशोर कांग्रेस का उपयोग अपने फायदे के लिए कर रहे हैं.
सूत्रों का कहना है कि प्रशांत किशोर को कांग्रेस कमेटी में चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी की पेशकश की गई थी. उन्होंने कल इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया. सूत्रों ने बताया कि पीके या तो कांग्रेस अध्यक्ष के राजनीतिक सचिव या उपाध्यक्ष बनना चाहते थे.
NDTV को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने बताया कि, "पीके को कांग्रेस में शामिल होने की पेशकश परसो यानी सोमवार को की गई थी. उन्होंने क्यों मना कर दिया इसके बारे में मुझे नहीं पता है."
सुभाष गर्ग ने पीके पर साधा निशाना
राजस्थान सरकार के मंत्री डॉ सुभाष गर्ग ने प्रशांत किशोर पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट किया, "किसी संगठन को मजबूत और ताकतवर केवल नेतृत्व और कार्यकर्ता ही बना सकते हैं,कोई सलाहकार या सेवा प्रदाता नहीं. नेतृत्व को चाणक्य की जरूरत है न कि व्यापारी की."
कांग्रेस को आगे बढ़ाना है- दिग्विजय सिंह
IANS की रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि अंतत: कांग्रेस को आगे बढ़ाना है, किसी सलाहकार को नहीं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मेरा दृढ़ विश्वास है कि चिंतन शिविर से एक नई कांग्रेस का उदय होगा, जो समय की जरूरत है.
आपको बता दें कि उदयपुर में 13 मई से कांग्रेस का चिंतन शिविर आयोजित होगा, जिसमें देश भर से करीब 400 प्रतिनिधि भाग लेंगे.
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