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इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में ‘बम फैक्ट्री’, गिरफ्तारियों की इनसाइड स्टोरी

इन पांच लोगों में 2 इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्र हैं

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इलाहाबाद विश्वविद्यालय(Allahabad University) के हॉलैंड हॉल में बम बनाने वाले 'बागी गैंग' से कई जानकारी मिली हैं. पुलिस ने गैंग के 5 सदस्यों को पकड़ लिया है. जबकि 3 की अभी तलाश जारी है. जांच में पता चला है कि बलिया का रहने वाला विवेक उर्फ बागी,है जिसने यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में अपना ठिकाना बनाया था, और देशी बम बना कर सप्लाई करता था. एक बम ये लोग ₹500 का बेचते थे और कई शहरों में इनकी सप्लाई होती थी.

प्रयागराज(Prayagraj) में अधिकतर मध्यवर्गीय परिवार के बच्चे शिक्षा लेने आया करते हैं. जानकार कहते हैं शिक्षा से गुमराह होते युवा पैसा और सस्ती शोहरत के लिए गलत रास्ता अख्तियार करते हैं. जिस प्रकार से कल प्रयागराज पुलिस ने खुलासा किया कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय का हॉलैंड हॉस्टल देशी बम बनाने की फैक्ट्री बन गया है. दरअसल ये मामला बीते मंगलवार का है जब PHQ के सामने ढाबे का भुगतान को लेकर विवाद हुआ और इसी दौरान ढाबे पर देशी बम फेंका गया, पुलिस ने बमबाजी मामले को लेकर जब सख्ती दिखाई तो परत दर परत खुलती चली गई.

500 रूपये का एक बम बेचते थे

पुलिस ने बृहस्पतिवार को अंतरराज्यीय गिरोह के 5 लोगों को PHQ के सामने ढाबे पर बमबाजी के आरोप में पकड़ा तो कई चौंकाने वाले खुलासे हुए,प कड़े गए इन पांच लोगों में 2 इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्र हैं, और इन लोगों का सरगना है बलिया का रहने वाला विवेक उर्फ बागी. जिसने यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में अपना ठिकाना बनाया था, और देसी बम बना कर सप्लाई करता था. एक बम ये लोग ₹500 का बेचते थे और कई शहरों में इनकी सप्लाई होती थी.

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बमबाजी कर दहशत फैलाकर लूट और डकैती की वारदात को अंजाम देने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के पांच सदस्यों को प्रयागराज पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार पांचों अभियुक्त लम्बे समय से लूट की वारदातों में शामिल रहे हैं. पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार अभियुक्तों का सरगना विवेक यादव उर्फ बागी है, जो बलिया का रहने वाला है. इस गिरोह में आठ सदस्य हैं, जो लूट और छिनैती के साथ ही हत्या जैसी वारदात को अंजाम देने से भी पीछे नहीं रहते थे.

हॉलैंड हॉल में करते थे प्लान 

इस गिरोह के सदस्यों के खिलाफ प्रयागराज समेत यूपी के कई जिलों में अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. खास बात यह है कि यह गिरोह अपना सेंटर प्वाइंट प्रयागराज को बनाए हुए थे. यहां पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हॉलैंड हॉल छात्रावास के तीन अलग अलग कमरों में अवैध तरीके से रहते थे. यहीं पर बम बनाने के साथ ही अन्य अपराधिक घटनाओं का कार्य करने के लिए प्लानिंग करते थे. 20 जून को सिविल लाइंस के एजी ऑफिस मार्ग पर एक रेस्टोरेंट के बाहर भी इसी ने गिरोह ने बमबाजी कर दहशत फैलाया था. पुलिस बमबाजी की घटना के बाद से तलाश में जुटी हुई थी.

3 आरोपी फरार चल रहे हैं -SSP

एसएसपी अजय कुमार ने बताया कि गिरोह में दो सदस्य ऐसे भी हैं जो इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पढ़ाई करते थे. लेकिन 5 गिरोह में शामिल आठ सदस्यों में से पांच को गिरफ्तार कर लिया गया है. तीन सदस्य फरार चल रहे हैं. उनकी तलाश में पुलिस की तेज तर्रार टीमों का गठन किया गया है, जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों का गैंग रजिस्टर्ड किया जाएगा, सभी की हिस्ट्रीशीट भी खोली जाएगी, ताकि अभियुक्तों को जल्द जमानत न मिल सके.

विवेक यादव उर्फ बागी विश्विद्यालय का छात्र नहीं

हॉलैंड हॉस्टल के छात्र इस पूरे घटनाक्रम से बहुत डरे हुए और दुखी हैं. पहले तो कोई छात्र बोलने को तैयार नहीं हुआ लेकिन फिर कुछ छात्र बोलने को तैयार हुए. छात्रों का कहना है कि विवेक यादव उर्फ बागी विश्विद्यालय का छात्र नहीं था लेकिन हॉस्टल में उसका आना जाना था, उन्हें ऐसा नहीं लगता कि हमारे हॉस्टल के सभी आरोपित छात्र इस बमबाजी कांड में शामिल है. छात्राओं का कहना है कि पुलिस निषपक्ष रूप से पूरी घटनाक्रम की जांच करे और बेवजह निर्दोष छात्रों की गिरफ्तारी ना करे. वहीं विश्विद्यालय के प्रॉक्टर प्रोफेसर हर्ष कुमार का कहना है कि विश्विद्यालय का कोई भी छात्र अनुशासनहीनता करता है तो उसके खिलाफ विश्विद्यालय दंडनात्मक कार्यवाही करेगा.

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हॉस्टल की देखरेख विश्विद्यालय प्रशासन नहीं करता

आपको बता दें कि जिस हॉस्टल में बम बनाने की फैक्ट्री के खुलासे की बात पुलिस कर रही है असल में वह हॉस्टल विश्विद्यालय प्रशासन के अंतर्गत आता ही नहीं है. हॉलैंड हॉल का हॉस्टल चर्चे ऑफ नॉर्थ इंडिया, लखनऊ के अंतर्गत आता है. इस हॉस्टल में पिछले चार साल से कोई भी वार्डेन नियुक्त नहीं किया गया है. कई एकड़ में फैले इस हॉस्टल की देखरेख विश्विद्यालय प्रशासन नहीं कर रहा है. इस हॉस्टल का मालिकाना हक चर्चे ऑफ नॉर्थ इंडिया का है

हॉस्टल की देखफेख को लेकर विश्विद्यालय और चर्चे ऑफ नार्थ इंडिया लखनऊ के बीच पूरा मामला झूल रहा है. ऐसे में यहां पर अपनी शर्तों पर हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करने वाले छात्र अपने आपको बहुत असुरक्षित महसूस करते हैं क्योंकि आये दिन वारदात के कारण पुलिस कार्यवाही निर्दोष छात्रों को भी झेलनी पड़ती है. आपको बता दे विश्विद्यालय में कुल 17 हॉस्टल हैं जिनमें से 3 हॉस्टल की देखरेख ट्रस्ट के अधीन उन्हीं में से एक हॉलैंड हॉल भी है. असुरक्षा के बीच भी हॉलैंड हॉल के छात्र देश की हर परीक्षा में सर्वश्रेष्ठ कर रहे हैं.

इनपुट- सुधीर शुक्ला

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