आयरलैंड के प्रधानमंत्री लियो वराडकर ने परिवार के सदस्यों के साथ रविवार को महाराष्ट्र के तटीय जिले सिंधुदुर्ग में मौजूद अपने पैतृक गांव- वराड का दौरा किया. जून 2017 में प्रधानमंत्री बनने के बाद यह उनका मलवन तहसील के वराड गांव का पहला दौरा था.
लियो वराडकर के पिता अशोक वराडकर वराड गांव से थे और वह पेशे से एक डॉक्टर थे. वराड मुंबई से लगभग 500 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है. वे 1960 के दशक में ब्रिटेन चले गए थे. उन्होंने मरियम नाम की नर्स से शादी की थी. इन दोनों की मुलाकात 1970 में इंग्लैंड में हुई थी. दोनों ने वहां शादी की लेकिन बाद में आयरलैंड आ गए और राजधानी डबलिन में बस गए, जहां लियो वराडकर का जन्म हुआ.
मुंबई में रहने वाले उनके रिश्तेदारों ने बताया कि प्रधानमंत्री वराडकर का गांव में पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया. उन्होंने ग्राम देवता के मंदिर का भी दौरा किया. आयरलैंड के प्रधानमंत्री ने कहा-
“मैं यहां अपने माता-पिता, अपनी बहनों, उनके पति, अपनी पत्नी और नाती-पोतों के साथ हूं ...इसलिए यह एक बड़ी पारिवारिक यात्रा है.”-लियो वराडकर, प्रधानमंत्री, आयरलैंड
वराडकर ने कहा कि यह मेरे लिए बहुत ही खास पल है क्योंकि परिवार की तीन पीढ़ियां मेरे दादाजी के घर आयी हैं. वराडकर ने कहा, ‘‘मैं अभी यहां निजी दौरे पर आया हूं लेकिन मैं आधिकारिक तौर पर मैं फिर से इस जगह आना चाहूंगा.’’
डॉक्टर से PM तक का सफर
लियो वराडकर का जन्म 18 जनवरी 1979 को डबलिन में हुआ था. अपने पिता की तरह वे भी पेशे से एक डॉक्टर बने. राजनीति में सक्रिय रहने वाले लियो 24 साल की उम्र में काउंसलर बने. 2007 में वे आयरलैंड की संसद के लिए चुन लिए गए. 2011 में फाइन गेल पार्टी सत्ताधारी गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी बनी, जिसके बाद उन्हें ट्रांसपोर्ट, पर्यटन और खेल मंत्री बनाया गया. इसके बाद वो स्वास्थ्य मंत्री भी बने. इसके बाद साल 2017 में वे आयरलैंड के प्रधानमंत्री चुने गए.
(इनपुट: भाषा)
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