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आंसू गैस,वॉटर कैनन,हिरासत-किसान दिल्ली मार्च को रोकने के लिए सख्ती

कृषि कानूनों के खिलाफ ‘किसान आंदोलन’ जारी है, आज व्यापक प्रदर्शन हुए हैं, हर बड़ी बात जानिए

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भारत
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नए कृषि कानूनों के खिलाफ आज देशभर में किसान ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन कर रहे हैं. आंदोलन में हजारों किसान पंजाब, हरियाणा और राजस्थान से अपनी आवाज केंद्र सरकार तक पहुंचाने के लिए देश की राजधानी दिल्ली पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन पंजाब के हजारों किसानों को हरियाणा पुलिस ने अंबाला के पास रोक दिया है. पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए वॉटर कैनन (पानी की बौछार) का इस्तेमाल किया है. जिसके बाद कई जगहों पर किसान और पुलिस के बीच टकराव की हालत पैदा हो गई है.

स्नैपशॉट
  • दिल्ली में प्रदर्शऩकारी किसानों को ‘नो एंट्री’, बॉर्डर पर रोके गए
  • कृषि कानूनों के विरोध में हैं ये प्रदर्शनकारी किसान
  • पानी की बौछार का इस्तेमाल
  • आंसू गैस के गोले से किसानों को रोकने की कोशिश
  • योगेंद्र यादव समेत कुछ की गिरफ्तारी
  • पक्ष-विपक्ष के अलग-अलग तर्क
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कृषि कानूनों के खिलाफ ‘किसान आंदोलन’ जारी है, आज व्यापक प्रदर्शन हुए हैं, हर बड़ी बात जानिए

बता दें कि कृषि कानूनों को लेकर पिछले कई हफ्तों से किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी बीच किसानों ने एक संयुक्त किसान मोर्चा बनाया है, जिसे 500 से अधिक किसान संगठनों का समर्थन मिला हुआ है. इसी बैनर के तले पंजाब और हरियणा के कई किसानों ने ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन बुलाया है.

किसानों पर चले आंसू गैस के गोले

अंबाला में पंजाब-हरियाणा बॉर्डर के पास पंजाब के किसानों और हरियाणा पुलिस के बीच झड़प हुई है. पुलिस ने किसानों को शंभू बॉर्डर पर रोकने के लिए रास्ते पर पत्थर और बैरिकेड लगाए थे. इसी बीच जब किसान दिल्ली आने के लिए आगे बढ़ रहे थे तब पुलिस ने वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया. इस दौरान एक पुल के ऊपर लगाए गए बैरिकेड्स को किसानों ने तोड़कर नदी में फेंक दिया. भीड़ को रोकने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े हैं.

कृषि कानूनों के खिलाफ ‘किसान आंदोलन’ जारी है, आज व्यापक प्रदर्शन हुए हैं, हर बड़ी बात जानिए

योगेंद्र यादव को पुलिस ने लिया हिरासत में

किसानों का साथ दिल्ली आ रहे स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव (Yogendra Yadav) को गुरुग्राम पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. यादव किसानों संग हरियाणा से दिल्ली आ रहे थे. योगेंद्र यादव ने कहा,

“हम किसानों के आंदोलन में शामिल होने ट्रैक्टर से दिल्ली जा रहे हैं, लेकिन पुलिस ने गुरुग्राम के विलासपुर इलाके में हमें रोक दिया है. हम लोग कोई हंगामा या लड़ाई नहीं करेंगे, हम यहां भी अपना विरोध जताएंगे. हम किसी तरह का कानून नहीं तोड़ेंगे. देशभर के किसानों को रोका जा रहा है. ये लड़ाई सिर्फ पंजाब के किसानों की नहीं बल्की देश के किसानों की है और हम उनके साथ हैं.”
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क्यों कर रहे हैं किसान विरोध?

बता दें कि मानसून सत्र में केंद्र सरकार ने कृषि बिलों को संसद में पेश किया था. जिसके बाद दोनों सदनों से ये बिल पास हुए और कानून बन गए. इसके बाद से ही देशभर में किसानों और विपक्षी दलों ने प्रदर्शन शुरू किए. सबसे ज्यादा असर पंजाब में देखने को मिला. जहां कांग्रेस सरकार ने इन कानूनों को रोकने के लिए एक प्रस्ताव भी पास कर दिया.

राहुल गांधी ने सरकार को घेरा

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने किसानों के समर्थन में ट्वीट किया है. उन्हों किसानों पर पुलिसिया एक्सन पर नाराजगी जताते हुए लिखा है,

“नहीं हुआ है अभी सवेरा, पूरब की लाली पहचान चिड़ियों के जगने से पहले, खाट छोड़ उठ गया किसान काले क़ानूनों के बादल गरज रहे गड़-गड़, अन्याय की बिजली चमकती चम-चम मूसलाधार बरसता पानी, जरा ना रुकता लेता दम! मोदी सरकार की क्रूरता के खिलाफ देश का किसान डटकर खड़ा है.”

अमरिंदर सिंह और खट्टर आमने-सामने

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हरियाणा में पुलिस द्वारा किसानों पर किए गए लाठीचार्ज की निंदा की है. कैप्टन के जवाब में हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि अगर किसानों की एमएसपी पर कोई बात आई तो वो राजनीति छोड़ देंगे. उन्होंने कहा,

“कैप्टन अमरिंदर सिंह, मैं इसे फिर से कह रहा हूं, मैं राजनीति छोड़ दूंगा अगर एमएसपी पर कोई परेशानी होगी - इसलिए, निर्दोष किसानों को उकसाना बंद करें. मैं पिछले 3 दिनों से आप से संपर्क करने की कोशिश कर रहा हूं, लेकिन दुख की बात है कि आपने नहीं बात करने का फैसला किया है... “

किसानों के समर्थन में केजरीवाल

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी किसानों के प्रदर्शन पर पुलिसिया कार्रवाई पर सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा,

“केंद्र सरकार के तीनों खेती बिल किसान विरोधी हैं. ये बिल वापिस लेने की बजाय किसानों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने से रोका जा रहा है, उन पर वॉटर कैनन चलाई जा रही हैं. किसानों पर ये जुर्म बिलकुल गलत है. शांतिपूर्ण प्रदर्शन उनका संवैधानिक अधिकार है.”
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दिल्ली मेट्रो: दिल्ली से एनसीआर जा सकते हैं, आने पर रोक

किसानों की रैली को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने दिल्ली मेट्रो को बंद रखने के लिए कहा था, जिसके बाद दिल्ली मेट्रो ने एडवाइजरी जारी कर सेवाओं में बदलाव का ऐलान किया है. दिल्ली मेट्रो के मुताबिक आज दोपहर दो बजे तक दिल्ली और एनसीआर के बीच मेट्रो का परिचालन बंद रहेगा, हालांकि दिल्ली में मेट्रो का परिचालन सामान्य रहेगा. वहीं 2 बजे के बाद दिल्ली से एनसीआर के लिए सेवाएं शुरू होंगी लेकिन एनसीआर से दिल्ली के लिए मेट्रो पर अभी अगले आदेश तक रोक है.

कुल 6 राज्यों के किसानों ने आंदोलन का आह्वाहन किया था, जिनमें पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, केरल और उत्तराखंड शामिल हैं. इन सभी राज्यों के बॉर्डर लगभग सील कर दिए गए थे. किसानों को दिल्ली तक नहीं पहुंचने दिया गया. 

दिल्ली बॉर्डर पर लगा जाम

किसानों के विरोध प्रदर्शन की वजह से दिल्ली में जाम की स्थिति आ गई है. दिल्ली पुलिस दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर गाड़ियों की चेकिंग कर रही है, जिससे आंदोलन के लिए दिल्ली आ रहे किसानों को रास्ते में ही रोका जा सके. जिस वजह से कालिंदि कुंज इलाके गाड़ियों की लंबी लाइन लगी है.

  • शंभु बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस और पंजाब के किसान प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई
  • दिल्ली-हरियाणा के सिंधु बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिसबल मौजूद रहा और यहां पर भी किसानों को आगे नहीं जाने दिया गया
  • मेधा पाटकर के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों को आगरा जिले के सैयान गांव में रोक दिया गया

दिल्ली चलो मार्च के चलते हरियाणा के गुरुग्राम में भी बैरिकेडिंग की गई थी, जिसके चलते लंबा जाम देखने को मिला. वहीं यही हालात नोएडा-दिल्ली बॉर्डर पर नजर आए. दिल्ली से सटे राज्यों की पुलिस ने पहले ही किसान आंदोलन को लेकर तैयारियां की थीं. किसानों को हरियाणा, नोएडा, गाजियाबाद और यूपी के बॉर्डर पर ही रोक दिया गया.

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