आधार चैलेंज देकर विवाद में फंसे ट्राई चेयरमैन आर एस शर्मा को 30 सितंबर 2020 तक एक्सटेंशन मिल गया है. यानी वो अभी दो साल से ज्यादा इसी पद पर बने रहेंगे. ट्राई चेयरमैन 9 अगस्त को रिटायर होने वाले थे, लेकिन 28 जुलाई को उन्होंने ट्विटर पर आधार चैलेंज देकर हंगामा खड़ा कर दिया.
शर्मा जी ने अपना आधार नंबर देकर चैलेंज दिया कि उसका दुरुपयोग करके दिखाओ.उनके चैलेंज को मंजूर करते हुए ट्विटर यूजर्स ने उनके बारे में तमाम जानकारी बता दी, फिर भी शर्मा जी ने हार मानने से इनकार कर दिया.
ट्विटर यूजर्स के साथ शर्मा की आधार के गलत इस्तेमाल के मुद्दे पर जमकर बहस भी हुई फिर भी आखिर में उन्होंने अपनी ही जीत का ऐलान कर दिया.
रामसेवक शर्मा को 2015 में तीन साल के लिए ट्राई चेयरमैन बनाया गया था. उनका कार्यकाल 9 अगस्त को खत्म हो रहा था पर अब उन्हें 65 साल की उम्र तक एक्सटेंशन दे दिया गया है.
यूजर्स ने हैकिंग का दावा किया
शर्मा के चैलेंज के बाद एथिकल हैकरों ने उनके बैंक अकाउंट डिटेल हासिल करने का दावा किया था और उन्हें ट्विटर पर पोस्ट भी किया. साथ ही शर्मा को आधार पेमेंट ऐप (AEPS) के जरिए एक रुपये भेजे जाने का स्क्रीन शॉट भी ट्विटर पर साझा किया गया. इस कदम को लेकर शर्मा की जबरदस्त आलोचना भी हुई. इसके बाद UIDAI ने भी कहा था कि लोग अपना 12 अंकों वाला आधार नंबर इंटरनेट और सोशल मीडिया पर सार्वजनिक नहीं करे या इस प्रकार की कोई चुनौती नहीं दें.
कोई जानकारी पब्लिक नहीं हुई: TRAI चीफ
सोशल मीडिया पर खूब बहस हो जाने के बाद भी ट्राई चीफ ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में कहा है कि आधार नंबर जारी करने की वजह से उनकी किसी जानकारी का खुलासा नहीं हुआ है. उन्होंने कहा, जो भी सूचना सामने आई है वो आधार के बिना ही सामने आ सकती है. मेरे बारे में जो भी खोजा गया है वो आधार के बिना भी जाना जा सकता है.''
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