टेलीकॉम रेगुलेरिटी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) के चेयरमैन आरएस शर्मा ने बुधवार को कहा कि आधार नंबर जारी करने की वजह से उनकी किसी जानकारी का खुलासा नहीं हुआ है. ट्विटर का इस्तेमाल करने वाले लोगों के साथ शर्मा की आधार के गलत इस्तेमाल के मुद्दे पर बहस छिड़ी हुई है.
शर्मा ने ट्विटर पर अपना आधार नंबर जारी करते हुए इंटरनेट पर सेंध लगाने वालों को खुद को नुकसान पहुंचाने की चुनौती दी थी. शर्मा ने एक इंटरव्यू में हालांकि ये जरूर माना कि जटिल मुद्दों पर चर्चा के लिए सोशल मीडिया सही प्लेटफॉर्म नहीं है.
बता दें कि शर्मा के चैलेंज के बाद एथिकल हैकरों ने उनके बैंक अकाउंट डिटेल हासिल करने का दावा किया था और उन्हें ट्विटर पर पोस्ट भी किया. साथ ही शर्मा को आधार पेमेंट ऐप (AEPS) के जरिए एक रुपये भेजे जाने का स्क्रीन शॉट भी ट्विटर पर साझा किया गया.
कोई जानकारी पब्लिक नहीं हुई: TRAI चीफ
शर्मा ने कहा, ‘‘मैं पूरी जिम्मेदारी के साथ कह सकता हूं कि आधार की वजह से उनके बारे में कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं हुई है. जो भी सूचना सामने आई है वो आधार के बिना ही सामने आ सकती है. मेरे बारे में जो भी खोजा गया है वो आधार के बिना भी जाना जा सकता है.'' UIDAI के पूर्व महानिदेशक शर्मा आधार कार्यक्रम के समर्थक हैं.
गुरुवार को रिटायर हो रहे हैं TRAI चीफ
9 अगस्त यानी गुरुवार को TRAI चीफ रिटायर हो रहे हैं और उनका आधार की आलोचना करने वालों से विवाद चल रहा है. जब उन्होंने अपना आधार नंबर जारी करने के बाद सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया था और उनके इस कदम के जवाब में ट्वीट की बाढ़ आ गई थी.
आधार पर बहस को लेकर स्थिति साफ करते हुए शर्मा ने कहा कि दुर्भाग्य से ऐसा लग रहा है कि जैसे इस ‘आधार चुनौती' का ऐलान मैंने किया था जबकि ये चुनौती मुझे दी गई थी. उन्होंने कहा, ‘‘किसी ने मुझे कहा था कि आप खुद कदम उठाते हुए अपनी आधार नंबर क्यों नहीं जारी कर देते. इसके जवाब में मैंने अपना आधार नंबर शेयर किया''. TRAI प्रमुख के कदम के बाद UIDAI ने कहा था कि लोग अपनी 12 अंकों वाला आधार नंबर इंटरनेट और सोशल मीडिया पर सार्वजनिक नहीं करे या इस प्रकार की कोई चुनौती नहीं दें.
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