अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस दलितों के बीच अपनी पैठ मजबूत करना चाहती है. बीते चार सालों में दलितों के प्रति हुई घटनाओं को लेकर कांग्रेस केंद्र की मोदी सरकार को घेरती रही है.
इसी सिलसिले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में 'संविधान बचाओ' अभियान की शुरुआत की. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला. राहुल ने कहा कि केंद्र में मोदी की सरकार आने के बाद से दलितों के प्रति अत्याचार बढ़े हैं.
पीएम मोदी संसद में खड़े होने से घबराते हैं. नीरव मोदी के लिए संसद को ठप किया गया. राफेल डील के मुद्दे पर पीएम ने चुप्पी साध रखी है. अगर मुझे संसद में 15 मिनट बोलने का मौका दिया जाए तो पीएम मोदी वहां खड़े नहीं रह पाएंगे.राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष
राहुल ने कहा कि बीजेपी सरकार में रहकर दलितों के हकों को लेकर संविधान पर चोट कर रही है.
संविधान बचाओ रैली में क्या बोले राहुल गांधीः
- शौचालय साफ करने को आध्यात्मिकता बताते हैं मोदी
- मोदी के दिल में दलितों के लिए कोई जगह नहीं
- मोदी राज में दलितों के खिलाफ अत्याचार बढ़ा है
- दलितों पर हो रहे अत्याचार पर मोदी चुप हैं
- मोदी राज में पहली बार जनता के दरबार में आए सुप्रीम कोर्ट के जज
- संसद में खड़े होने से घबराते हैं पीएम मोदी
- नीरव मोदी के लिए सरकार ने संसद ठप की
- नीरव मोदी और राफेल पर जवाब नहीं दे पाएंगे पीएम मोदी
- उन्नाव और कठुआ कांड पर कुछ नहीं बोले पीएम मोदी
- मोदी सिर्फ अपने मन की बात करते हैं
- लोकसभा चुनाव में PM मोदी को जनता सुनाएगी अपने मन की बात
- देश में कोई नहीं बोलेगा, सिर्फ पीएम मोदी बोलेंगे
- कांग्रेस ने 70 साल में संविधान दिया और इसकी रक्षा की
- मोदी की सोच दलित विरोधी
- हम दलितों की रक्षा के लिए कैंपेन चलाएंगे
- देश की छवि पीएम मोदी ने खराब की
पिछले कुछ महीनों में उभरे दलित आंदोलनों ने बता दिया कि 2019 चुनावों में दलित अहम भूमिका निभाने जा रहे हैं. राहुल गांधी के भाषण से साफ है कि कांग्रेस राजनीति के इस गरम लोहे पर चोट करने में कोई कसर बाकी रखना नहीं चाहती.
- 01/04तालकटोरा स्टेडियम में कांग्रेस का संविधान बचाओ अभियान(फोटोः नीरज गुप्ता)
- 02/04तालकटोरा स्टेडियम में कांग्रेस का संविधान बचाओ अभियान(फोटोः नीरज गुप्ता)
- 03/04तालकटोरा स्टेडियम पहुंचे राहुल गांधी(फोटोः नीरज गुप्ता)
- 04/04तालकटोरा स्टेडियम पहुंचे राहुल गांधी(फोटोः नीरज गुप्ता)
कांग्रेस पार्टी ने कहा है- पिछले तीन सालों में दलितों के प्रति अप्रत्याशित रूप से हिंसा की घटनाएं बढ़ी हैं. इसके अलावा, एससी/एसटी एक्ट को भी कमजोर किया गया. मोदी सरकार में भारतीय संविधान खतरे में हैं. यही वक्त है जब हमें संविधान बचाने के लिए एक होना होगा.
कांग्रेस पार्टी के मुताबिक, यह अभियान अगले साल दलित विचारक बाबासाहब भीमराव अंबेडकर की जयंती 14 अप्रैल तक जारी रहेगा. कांग्रेस के इस अभियान का मकसद मोदी सरकार को दलितों के हितों का विरोधी बताकर दलितों के बीच पैठ बढ़ाने का है.
‘दलित वोटर ही तय करेंगे देश का अगला प्रधानमंत्री’
संविधान बचाओ' अभियान की शुरुआत के मौके पर पार्टी के अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष नितिन रावत ने कहा कि इस बार दलित ही तय करेगा कि देश का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा?
क्या है कांग्रेस का प्लान?
कांग्रेस के संविधान बचाओ अभियान में स्थानीय निकाय और जिला स्तर के पार्टी नेता शामिल होंगे. इसके अलावा वे नेता भी इसमें भाग लेंगे जो दलितों के हितों के लिए काम करते रहे हैं. अभियान के तहत कांग्रेसी नेता अपने-अपने क्षेत्र में जाकर जनता में संदेश देंगे कि कांग्रेस उनके हकों के लिए लड़ रही है.
बीजेपी सरकार में संविधान खतरे में है. दलित समुदाय को शिक्षा और नौकरियों में अवसर नहीं मिल रहे हैं. इस अभियान का मकसद इन मुद्दों को राष्ट्रीय स्तर पर उठाना है.कांग्रेस
बीते 2 अप्रैल को एससी/एसटी समुदाय के बुलाए गए भारत बंद में बड़े पैमाने पर दलित सड़कों पर उतरे थे. लिहाजा, कांग्रेस को लगता है कि दलितों की आवाज उठाकर वह अपनी खोई हुई सत्ता हासिल कर सकती है.
इसकी शुरुआत के मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह , पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे और सुशील कुमार शिंदे जैसे सीनियर नेता भी शामिल हो सकते हैं.
‘बीजेपी सरकार में खतरे में संविधान’
कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग के प्रमुख नितिन राउत ने एक बयान में दावा किया कि आरएसएस समर्थित बीजेपी जब से केंद्र की सत्ता में आयी है , किसी न किसी तरीके से देश के संविधान पर हमले होते रहे हैं. इससे समाज के वंचित तबकों को उनके संवैधानिक अधिकार नहीं मिल रहे है. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी - आरएसएस अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और अन्य कमजोर तबकों को मिली सामाजिक सुरक्षा को भंग करना चाहती है. आरएसएस विचारधारा संविधान के मूल ढांचे पर हमला करता है. कांग्रेस पार्टी इसका मुकाबला करेगी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)