भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने किसानों द्वारा किए गए रेल रोको आंदोलन को कामयाब बताया.
इसके साथ ही टिकैत ने कहा कि, वो अपने आंदोलन को और तेज करेंगे और गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी (Ajay Mishra Teni) का इस्तीफा दिलवाकर ही मानेंगे. क्योंकि जब तक अजय मिश्रा मंत्री रहेंगे वो जांच को प्रभावित करने का काम करेंगे.
लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Khiri) मामले के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने सोमवार को 6 घंटे तक रेल रोको आंदोलन का आह्वान किया था जिसका देश भर में मिला जुला असर रहा.
संयुक्त किसान मोर्चे का दावा 290 से अधिक ट्रेन हुईं प्रभावित
संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने दावा किया कि रेल रोको आंदोलन में 290 से अधिक ट्रेनें कथित तौर पर प्रभावित हुईं और 40 से अधिक ट्रेनें रद्द कर दी गईं.
इसके अलावा यूपी पुलिस ने किसान नेताओं को कई जगहों पर हिरासत में ले लिया. वहीं मध्य प्रदेश में पुलिस ने कई जगहों जैसे गुना, ग्वालियर, रीवा, बामनिया (झाबुआ) और अन्य जगहों पर प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया. तेलंगाना के काचीगुडा (हैदराबाद) में भी प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया.
किसान मोर्चा द्वारा बताया गया कि, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना आदि से रेल रोको आंदोलन के सफल होने की खबरें मिलीं.
रेलवे ने कहा- सभी रूट की सेवाएं शुरू
उत्तर रेलवे की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, जितनी जगहों पर रेल सेवाएं प्रभावित हुईं, वह अब सामान्य रूप से शुरू हो गई हैं.
आंदोलन के बाद किसान रेलवे पटरियों से हट गए और अपने-अपने गंतव्य स्थानों की ओर चल दिए. संयुक्त किसान मोर्चा के रेल रोको आंदोलन के आह्वान पर भारत भर में सैकड़ों स्थानों पर, प्रदर्शनकारी किसानों ने करीब छह घंटे के लिए रेलवे ट्रैक और प्लेटफार्मों पर आंदोलन किया.
संयुक्त किसान मोर्चा ने लखीमपुर खीरी किसान हत्याकांड में अजय मिश्रा टेनी को गिरफ्तार कर केंद्रीय मंत्रिपरिषद से बर्खास्त करने की अपनी मांग पुरजोर तौर पर दोहराई.
एसकेएम ने यह भी चेतावनी दी है कि अगर लखीमपुर खीरी नरसंहार में न्याय की मांग पूरी नहीं की गई तो विरोध और तेज किया जाएगा.
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