ADVERTISEMENTREMOVE AD

असम-बिहार सहित कई राज्यों में बाढ़: 45 मौतें, 70 लाख लोगों को खतरा

कई जगह नदियां खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चुकी हैं

Updated
भारत
3 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

बिहार-असम और पूर्वोत्तर के कई राज्यों में बाढ़ से अब तक 45 लोगों की मौत हो चुकी है. करीब 70 लाख लोग इस बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) का अनुमान है कि 16 जुलाई को भी देश के कई हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है. इससे यूपी और महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में बाढ़ का खतरा और बढ़ सकता है. बता दें कि महाराष्ट्र के पालघर और ठाणे में नदी किनारे स्थित 75 गांवों को अलर्ट पर रखा गया है. दरअसल दो बड़े बांधों में जलस्तर ऊपर आने के चलते ऐसा किया गया है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD
IMD के मुताबिक, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब, गोवा, तटीय कर्नाटक में 16 जुलाई को काफी ज्यादा बारिश हो सकती है. मौसम विभाग ने इन जगहों को ‘ हेवी टु वेरी हेवी रेनफॉल’ की कैटेगरी में रखा है. 

वहीं जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, असम, मेघालय, उत्तर प्रदेश, सब-हिमालयन पश्चिम बंगाल, सिक्किम, दक्षिणी कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप, तमिलनाडु और पुडुचेरी के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश (हेवी रेनफॉल) का अनुमान लगाया गया है.

भारी बारिश की वजह से देश के कई हिस्सों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. कई जगह नदियां खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चुकी हैं, ऐसे में वहां बाढ़ की स्थिति पैदा हो चुकी है.

बिहार में बाढ़ से 25 लोगों की मौत

बिहार के उत्तरी हिस्सों के लगभग सभी जिलों में बाढ़ का पानी कहर ढा रहा है. लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शरण लिए हुए हैं. बाढ़ से राज्य में अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है.

कई जगह नदियां खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चुकी हैं
बाढ़ प्रभावित बिहार का एक गांव
फोटो: पीटीआई

जिन इलाकों में बाढ़ का सबसे ज्यादा असर है, उनमें अररिया, किशनगंज, सुपौल, दरभंगा, शिवहर, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया और सहरसा जिला शामिल हैं. आधिकारिक रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य के 77 प्रखंडों की 546 पंचायतों के 25 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.

असम में बाढ़ से 15 लोगों की मौत, 42.87 लाख प्रभावित

असम में इस साल बाढ़ से अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है. राज्य में 15 जुलाई को स्थिति और बदतर हो गई, जब 33 में से 30 जिले बाढ़ की चपेट में आ गए.

असम में बाढ़ से 4,157 गांवों में 42.87 लाख लोग प्रभावित हैं. इसके अलावा राज्य की 1,53,211 हेक्टेयर कृषि भूमि बाढ़ के पानी में डूब चुकी है.

असम डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (ASDMA) की रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी गई है.

मिजोरम-मेघायल में भी बाढ़ का कहर

मिजोरम में खतलंगतुईपुई नदी में बाढ़ आने की वजह से 32 गांव प्रभावित हुए हैं और कम से कम एक हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा है. यहां बारिश से संबंधित घटनाओं में 5 लोगों की मौत हो गई है. मेघालय में पिछले 8 दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से 2 नदियों में बाढ़ आ गई है. इन नदियों का पानी पश्चिम गारो हिल्स जिले के मैदानी इलाकों में घुस गया है, जिससे कम से कम 1.14 लाख लोग प्रभावित हैं.

यूपी के कई जिलों में नदियां खतरे के निशान से ऊपर

उत्तर प्रदेश के कई जिलों में नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है. इसके चलते राज्य के कई इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. लखीमपुर खीरी पलियां कला से बहने वाली शारदा नदी काफी उफान मार रही है. 15 जुलाई को यह खतरे के निशान को पार करते हुए 154.290 मीटर तक पहुंच गई. यहां पर कटान के बाद कई गांव जलमग्न हैं. ऐसे में लोग बचने के लिए सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं.

उत्तराखंड में भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त

उत्तराखंड में भारी बारिश की वजह से कई जिलों में लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इसे देखते हुए राज्य में ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया गया है. 15 जुलाई को भूस्खलन की वजह से गंगोत्री हाईवे बाधित रहा. चारधाम यात्रा रूट और इससे लगे इलाकों में बारिश विपदा बनकर टूट रही है. बारिश से सड़क बंद होने के साथ ही भूस्खलन, भू-धंसाव, कटाव, नदी के ऊफान पर आने जैसी घटनाएं बढ़ने लगी हैं. इससे देखते हुए आपदा प्रबंध को चौकन्ना किया गया है.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

0
Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×