ADVERTISEMENTREMOVE AD

राजस्थान की राजनीति में AIMIM की एंट्री से किसका नुकसान, किसे फायदा?

राजस्थान में करीब 9 फीसदी मुस्लिम आबादी है जो लगभग 36 सीटों पर प्रभावित करती है.

Published
भारत
3 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन) ने राजस्थान में विधानसभा चुनाव (Rajasthan Assembly Election) लड़ने का फैसला किया है. एएनआई के मुताबिक, जयपुर में असदुद्दीन ओवैसी ने ऐलान किया कि अगले एक डेढ़ महीने में हम अपनी पार्टी राजस्थान में शुरू करने वाले हैं और निश्चित रूप से हम अगला विधानसभा चुनाव लड़ेंगे.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

सवाल ये है कि राजसथान की राजनीति में ओवैसी की एंट्री का क्या असर होगा और किस पर होगा? इस सवाल के जवाब से पहले हैदराबाद के बाहर पैर फैलाते ओवैसी के प्रदर्शन को अलग-अलग राज्यों में देखते हैं. ताकि सवाल का जवाब आसानी से खोजा जा सके.

0

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ा

ओवैसी की पार्टी AIMIM ने 2014 में महाराष्ट्र का विधानसभा चुनाव लड़ा था, जिसमें दो सीटें इनके हिस्से आई थीं. इसके बाद पार्टी ने 2019 का विधानसभा भी लड़ा. इसमें भी ओवैसी की पार्टी ने दो सीटें ही जीतीं, लेकिन इस बार वो पुरानी दोनों सीटें हार गए और दो नई सीटों पर AIMIM के उम्मीदवार को जीत मिली.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

बिहार विधानसभा चुनाव लड़ा

2020 में बिहार का विधानसभा चुनाव ओवैसी की पार्टी ने लड़ा, जिसमें उन्हें 5 सीटों पर जीत मिली. असदुद्दीन ओवैसी का हौसला सबसे ज्यादा इसी प्रदर्शन ने बढ़ाया. AIMIM ने ये पांचों सीटें सीमांचल इलाके में जीतीं, जो मुस्लिम बहुल इलाका माना जाता है. इससे पहले 2019 में हुए उपचुनाव में भी ओवैसी की पार्टी ने बिहार में 1 सीट जीती थी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

बंगाल में भी ओवैसी की पार्टी ने लड़ा विधानसभा चुनाव

बिहार के बाद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने बंगाल का रुख किया. लेकिन यहां पार्टी को ज्यादा वोट हासिल नहीं हुए और ओवैसी की पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पाई.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

गुजरात में लड़ा निकाय चुनाव

इसी साल मार्च में हुए गुजरात निकाय चुनाव में भी AIMIM ने किस्मत आजमाई थी. जहां उसे ठीक-ठाक सफलता मिली. ओवैसी ने यहां भारतीय ट्राइबल पार्टी के साथ गठबंधन किया था. ओवैसी की पार्टी ने गोधरा में 8 नगर पालिका सीटों पर चुनाव लड़ा और 7 जीतीं, मोडासा नगर पालिका में ओवैसी की पार्टी ने 12 सीटों पर चुनाव लड़ा और 9 पर जीत हासिल की. इसके अलावा भरूच में भी एक नगर पालिका सीट AIMIM ने जीती थी

ADVERTISEMENTREMOVE AD

यूपी विधानसभा चुनाव भी लड़ रहे हैं ओवैसी

असदुद्दीन ओवैसी पहले ही उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला कर चुके हैं. उन्होंने 100 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. इसके अलावा छोटे दलों का एक थर्ड फ्रंट बनाने को लेकर भी सक्रिय थे लेकिन ओपी राजभर ने अब सपा से गठबंधन कर लिया है. लेकिन युपी में मुस्लिम बहुल सीटों पर ओवैसी की नजर है. यूपी में करीब 19 फीसदी मुसलमान हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

राजस्थान में एंट्री से क्या बदलेगी सियासत?

1971 में बरकतुल्लाह खान राजस्थान के मुख्यमंत्री बने थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक राजस्थान में अभी लगभग 9 फीसदी मुस्लिम आबादी है, जो राज्य की करीब 36 सीटों को प्रभावित करती है. जिनमें से 15 सीटों पर मुस्लिम मतदाताओं का वर्चस्व है. राजस्थान में 8-10 सीटें ऐसी हैं जहां मुस्लिम वोटर नतीजे तय करता है. ओवैसी की नजर इन्हीं सीटों पर है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

राजस्थान विधानसभा चुनावों में मुस्लिम प्रत्याशी

2018 में हुए राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 14 मुस्लिम उम्मीदवार उतारे थे जिनमें से 7 ने जीत हासिल की. बीजेपी ने इस चुनाव में 1 मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट दिया था, लेकिन वो भी हार गया. इससे पहले 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 19 मुस्लिम उम्मीदवार उतारे थे, जो सभी हार गए थे. इसके उलट बीजेपी के 4 में से 2 मुस्लिम उम्मीदवार जीत गए थे.

2008 के चुनाव में भी बीजेपी ने राजस्थान में 5 मुस्लिम प्रत्याशी उतारे थे, जिनमें से एक जीता था और 2003 में एक मुस्लिम प्रत्याशी बीजेपी ने उतारा था जिसने जीत दर्ज की थी.
ADVERTISEMENTREMOVE AD

इसका मतलब है कि सिर्फ कांग्रेस ही नहीं बल्कि बीजेपी भी राजस्थान में मुस्लिमों को टिकट देती रही है और वो जीते भी हैं. अगर पिछले चुनाव को छोड़ दें तो उससे पहले मुस्लिम उम्मीदवारों के जीतने के मामले में कांग्रेस से से अच्छा स्ट्राइक रेट बीजेपी का था.

तो ऊपरी तौर पर देखकर राजनीतिक पंडित कह सकते हैं कि ओवैसी के आने से मुस्लिम वोट कटेगा और कांग्रेस को नुकसान होगा, नतीजे बताते हैं कि राजस्थान में मुसलमान बीजेपी को भी वोट करते रहे हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

ओवैसी को कांग्रेस कहती है बीजेपी की बी-टीम

कांग्रेस नेता ओवैसी की पार्टी को बीजेपी की बी-टीम कहते हैं. इसके अलावा आजकल यूपी में सपा-बसपा भी यही कह रह हैं. इससे पहले जब बिहार में महागठबंधन सरकार नहीं बना पाया तब भी कांग्रेस और आरजेडी ने यही कहा था. अब राजस्थान में भी ओवैसी की एंट्री हो रही है.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें