ADVERTISEMENTREMOVE AD

राजस्थान में कांग्रेस का शतक, रामगढ़ उपचुनाव में सफिया की जीत

कांग्रेस ने बीजेपी से छीनी रामगढ़ विधानसभा सीट

Updated
भारत
3 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

राजस्थान की रामगढ़ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के नतीजे आ चुके हैं. कांग्रेस की सफिया जुबेर खान को 12,228 वोटों से जीत हासिल हुई है. सफिया को 83,311 वोट हासिल हुए. कांग्रेस का मुकाबला बीजेपी के सुखवंत सिंह से था. सुखवंत सिंह को 71,083 वोट मिले. 2.35 लाख मतदाता वाले रामगढ़ उपचुनाव में 78.9 फीसदी मतदान हुए थे. इसी के साथ 200 सीटों वाली राजस्थान विधानसभा में अब कांग्रेस के कुल 100 विधायक हो गए हैं.

बता दें, सात दिसंबर को राजस्थान विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के बीएसपी उम्मीदवार लक्ष्मण सिंह के निधन के कारण इस सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया था. जिसके बाद राजस्थान के अलवर जिले के रामगढ़ विधानसभा पर 28 जनवरी को चुनाव हुए.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

रामगढ़ सीट पर त्रिकोणीय था मुकाबला

बीएसपी ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री नटवर सिंह के पुत्र जगत सिंह को चुनाव मैदान में उतारा था. सत्ताधारी कांग्रेस ने अलवर की पूर्व जिला प्रमुख सफिया जुबेर खान को उम्मीदवार बनाया, वहीं बीजेपी ने पूर्व प्रधान सुखवंत सिंह को टिकट दिया.

रामगढ़ में जीत के साथ राजस्थान में कांग्रेस का शतक पूरा

राजस्थान में सात दिसंबर को हुए 199 विधानसभा सीटों के चुनाव में 99 सीट पर कांग्रेस, एक सीट पर कांग्रेस की गठबंधन सहयोगी आरएलडी ने जीत दर्ज की थी. वहीं बीजेपी ने 73, बीएसपी ने छह, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने तीन, सीपीआई और बीटीपी ने दो-दो सीटों पर जीत दर्ज की थी.

13 सीटें निर्दलीयों को मिलीं थी. ऐसे में रामगढ़ उपचुनाव में मिली जीत के बाद कांग्रेस के अब 100 विधायक हो गए हैं.

कांग्रेस ने बीजेपी से छीनी रामगढ़ विधानसभा सीट
डिप्टी सीएम सचिन पायलट और सीएम अशोक गहलोत
(फोटोः PTI)
0

1993 से रामगढ़ में सफिया के पति और BJP के ज्ञानदेव आहूजा के बीच रहा है मुकाबला

बता दें 1993 से रामगढ़ में कांग्रेस के सफिया के पति जुबेर खान और बीजेपी के ज्ञानदेव आहूजा के बीच मुकाबला रहा है.

जुबेर 1990 और 1993 में दो बार रामगढ़ से विधाक बने. उसके बाद 1998 में ज्ञानदेव आहूजा ने उन्हें करीब चार हजार वोटों से हरा दिया. लेकिन 2003 के चुनाव में जुबेर खान ने वापसी की. 2008 और 2013 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से बीजेपी के नेता ज्ञानदेव आहुजा ने जीत हासिल की.

2008 से लेकर अबतक कांग्रेस और BJP का वोट शेयर

बता दें कि ये वही ज्ञान देव आहुजा हैं जिन्होंने जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में रोज 3000 कंडोम मिलने का दावा किया था. आहुजा ने कहा था कि जेएनयू में रोजाना 50 हजार हड्डी के टुकड़े, 3 हजार इस्तेमाल किए हुए कंडोम और 500 इस्तेमाल किए हुए अबॉर्शन इंजेक्शन मिलते हैं. उन्होंने जेएनयू में हर रोज 10 हजार सिगरेट के बड मिलने और छात्रों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों में ‘नेकेड डांस’ करने का भी आरोप लगाया था.

लेकिन इस बार बीजेपी ने उन्हें टिकट नहीं दिया गया था. जिसके बाद उन्होंने जयपुर के सांगानेर से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर पर्चा भर दिया था. हालांकि फिर अमित शाह और सीएम वसुंधरा राजे से उनकी मुलाकात हुई. जिसके बाद वह नामांकन वापस लेने को तैयार हो गए थे. साथ ही मनाने के लिए बीजेपी ने उन्हें राजस्थान बीजेपी का उपाध्यक्ष बनाया.

ये भी पढ़ें- BJP विधायक की नई ‘थ्योरी’, धरती के पहले आदिवासी नेता थे हनुमान

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×