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"अपने घरों में रखें हथियार-धारदार चाकू",BJP सांसद साध्वी प्रज्ञा का विवादित बयान

साध्वी प्रज्ञा के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर यूजर कर्नाटक पुलिस से क्या मांग कर रहे हैं?

Published
भारत
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बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है. हिंदू कार्यकर्ताओं की हत्या पर बात करते हुए कहा कि "हिंदुओं को उनपर और उनकी गरिमा पर हमला करने वालों को जवाब देने का अधिकार है." बीजेपी सांसद ने हिंदु समुदाय को कम से कम अपने घरों में चाकू रखने की सलाह दी और कहा कि सभी को अपनी रक्षा करने का अधिकार है. प्रज्ञा ठाकुर ने ये बात 'हिंदू जागरण वेदिका' के दक्षिण क्षेत्र के वार्षिक समारोह में कही है.

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बीजेपी सांसद ने कहा कि 'उनके पास लव जिहाद की जिहादी परंपरा है, अगर कुछ नहीं करते हैं तो लव जिहाद करते हैं. अगर वे प्यार भी करते हैं तो उसमें जिहाद करते हैं. हम (हिंदू) भी प्यार करते हैं, भगवान से प्यार करते हैं, एक संन्यासी अपने भगवान से प्यार करता है.'

साध्वी प्रज्ञा सिंह ने कहा कि 'लव जिहाद करने वालों को लव जिहाद जैसा उत्तर दो, लड़कियों को सुरक्षित रखो,अपनी लड़कियों को संस्कारित करो. अपने घर में हथियार रखो कुछ नहीं तो सब्जी काटने वाला चाकू जरा तेज रखो, स्पष्ट बोल रही हूं. हमारे घरों में भी सब्जी काटने के लिए हथियार तेज होना चाहिए. उन्होंने चाकू से हमारे हर्षा को गोदा था,उन्होंने चाकू से हमारे वीरों को, हिंदू वीरों को, बजरंग दल, बीजेपी के कार्यकर्ताओं को, युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं को गोदा है, काटा है. तो हम भी सब्जी काटने वाले चाकुओं को जरा तेज कर लें. पता नहीं कब क्या ऐसा मौका आये. जब हम हमारी सब्जी अच्छी से कटेगी तब जाकर दुश्मनों के मुंह और सर भी अच्छे से कटेंगे'.

साध्वी प्रज्ञा के इस बयान के बाद ट्विटर पर हंगामा खड़ा हो गया. लोगों ने कर्नाटक सरकार से साध्वी प्रज्ञा पर कार्रवाई करने की मांग की.

कौन हैं साध्वी प्रज्ञा?

साध्वी प्रज्ञा मध्य प्रदेश के भोपाल से बीजेपी सांसद हैं. साध्वी प्रज्ञा 2008 के मालेगांव विस्फोट के मुख्य आरोपियों में से एक हैं. वह फिलहाल स्वास्थ्य के आधार पर जमानत पर बाहर हैं.

इससे पहले नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहने और 2008 के मुंबई हमलों में शहीद हुए पूर्व आतंकवाद विरोधी दस्ते के प्रमुख हेमंत करकरे की मृत्यु होने जैसी विवादास्पद टिप्पणी की थी, क्योंकि करकरे ने उन्हें गिरफ्तार किया था.

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