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Drugs case: आर्यन को क्लीन चिट,समीर वानखेड़े का ट्रांसफर-हीरो से कैसे बने विलेन?

SIT ने अपने एक वि​भागीय नोट में समीर वानखेड़े के नेतृत्व वाली जांच टीम की भूमिका पर उंगली उठाई है.

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मुंबई क्रूज ड्रग्स केस (Mumbai cruise drugs case) में सुपरस्टार शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) के बेटे आर्यन खान (Aryan Khan) को गिरफ्तार करने वाले NCB के पूर्व जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) का चेन्नई ट्रांसफर कर दिया गया है. वानखड़े को DGARM मुंबई से चेन्नई डीजी, टैक्सपेयर्स सर्विस डायरेक्ट्रेट भेजा गया है. ड्रग्स मामले में आर्यन खान को क्लीन चिट मिलने के बाद NCB और समीर वानखेड़े की खूब किरकिरी हुई है. कभी ड्रग्स केस का खुलास कर हीरो बने वानखेड़े, अब विलेन के रूप में देखे जा रहे हैं.

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क्रूज ड्रग्स केस की जांच पर उठे सवाल

NCB की विशेष जांच दल (SIT) ने अपने एक वि​भागीय नोट में समीर वानखेड़े के नेतृत्व वाली जांच टीम की भूमिका पर उंगली उठाई है. क्रूज ड्रग्स मामले में वानखेड़े की जांच में कथित तौर पर पांच अनियमितताओं के बारे में बताया है.

  • NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक सूत्रों ने बताया कि तलाशी अभियान के दौरान कोई वीडियोग्राफी नहीं की गई थी और आर्यन खान के फोन की सामग्री का विश्लेषण करने में खामियां थीं.

  • इसके साथ ही ड्रग्स कंजप्शन को साबित करने के लिए कोई मेडिकल टेस्ट नहीं किया गया था.

  • वहीं द ​इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, SIT की आतंरिक नोट में लिखा गया है कि भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी वानखेड़े की टीम ने आर्यन खान को 'किसी तरह फंसाने' की कोशिश की थी.

  • नोट के अनुसार, "बड़ी हैरत की बात है कि आर्यन खान के दोस्त अरबाज मर्चेंट, जिनके पास से थोड़ी चरस बरामद हुई थी, ने इस मामले में आर्यन की किसी भी तरह की संलिप्तता से साफ इनकार किया था. इसके बाद भी जांच अधिकारी ने बिना मोबाइल जब्त किए आर्यन खान के व्हाट्सऐप चैट देखे."

NCB के डीजी एसएन प्रधान ने माना था कि इस मामले में समीर वानखेड़े और उनकी टीम से गलती हुई है. उन्होंने कहा था कि जांच में चूक और प्रक्रिया का पालन नहीं करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

वहीं इस मामले में केंद्र सरकार ने भी वानखेड़े की जांच को घटिया और खराब बताते हुए एजेंसी को जांच के निर्देश दिए थे. समीर वानखेड़े के तबादले को आर्यन खान ड्रग्स केस में हुई किरकिरी के बाद कार्रवाई के तौर पर देखा जा रहा है.

नवाब मलिक बनाम समीर वानखेड़े

क्रूज ड्रग्स मामले में आर्यन खान की गिरफ्तारी पर NCP नेता नवाब मलिक ने सवाल खड़े किए थे. उन्होंने NCB के तत्कालीन जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर वसूली के आरोप लगाए थे. इसके साथ ही मलिक ने वानखेड़े पर कई और आरोप भी लगाए थे. इन आरोपों के बाद पिछले साल 6 नवंबर को एनसीबी ने वानखेड़े को इस मामले की जांच से हटा दिया था.

पैसे लेने का आरोप

क्रूज केस में किरण गोसावी के बॉडीगार्ड रहे प्रभाकर सैल ने दावा किया था कि शाहरुख खान के बेटे को छोड़ने के लिए 25 करोड़ की डील पर बात हो रही थी और आखिर में 18 करोड़ में डील फाइनल हुई थी, जिसमें से 8 करोड़ रुपए समीर वानखेड़े को मिलने थे.

फर्जी जाति प्रमाण पत्र का आरोप

नवाब मलिक ने कहा था कि वानखेड़े मुस्लिम हैं और UPSC की केंद्रीय भर्ती परीक्षा में आरक्षण का लाभ लेने के लिए उन्होंने फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवाया है. मलिक की शिकायत पर मुंबई की जिला जाति प्रमाणपत्र सत्यापन समिति ने जांच कर रिपोर्ट पेश कर दी है. अब जिला छानबीन समिति ने 8 जून को वानखेड़े को तलब किया है.

बार लाइसेंस में धांधली का आरोप

महाराष्ट्र के कैबनेट मंत्री नवाब मालिक ने आरोप लगाया था कि समीर वानखेड़े के पास नवी मुंबई में एक बार है, जिसके लिए उन्हें कम उम्र में लाइसेंस मिला था. मलिक ने दावा किया था कि वानखेड़े 17 साल के थे जब उन्हें नवी मुंबई के होटल सद्गुरु में बार का लाइसेंस मिला था.

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