Sedition Law: एक कानून जिसके तहत महात्मा गांधी और बाल गंगाधर तिलक को दोषी ठहराया गया था, जिसपर संविधान सभा में जमकर बहस हुई और जो आज भी भारतीय दंड संहिता की एक ऐसी धारा है जिसपर विवाद खत्म नहीं होता. हम बात देशद्रोह कानून (IPC की धारा 124A) की कर रहे हैं, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल प्रयोग में न लाने की सलाह दी है.
इस कानून के अस्तित्व में आने के 152 साल बाद अब सुप्रीम कोर्ट इसपर कोई बड़ा फैसला सुना सकता है. ये भी संभव है कि किसी कोर्ट इस कानून को ही खत्म कर दे.
आइए, एक इंटरएक्टिव के जरिए देशद्रोह कानून का पूरा इतिहास देखें...
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टॉपिक: Sedition law
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