ADVERTISEMENT

Shradha Murder case: "उससे कहा था आफताब के साथ मत रहो"-श्रद्धा के पिता से बातचीत

"पुलिस के साथ महरौली के जंगलों में मैं उस समय मौजूद था जब बेटी के बॉडी पार्ट मिले"- क्विंट से पिता विकास वॉल्कर

Published
भारत
4 min read
Shradha Murder case: "उससे कहा था आफताब के साथ मत रहो"-श्रद्धा के पिता से बातचीत
i
Hindi Female
listen to this story

रोज का डोज

निडर, सच्ची, और असरदार खबरों के लिए

By subscribing you agree to our Privacy Policy

(चेतावनी- इस स्टोरी में हिंसा का जिक्र है)

“मैं आफताब से मिला था लेकिन कभी उससे बात नहीं की. मैं उसे पसंद नहीं करता था और मैं यह नहीं चाहता था कि मेरी बेटी उसके साथ रिलेशनशिप में रहे... लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि ऐसा होगा." यह कहना है उस 26 साल की श्रद्धा वॉल्कर के पिता विकास वॉल्कर का, जिसकी 18 मई को दिल्ली में कथित तौर पर लिव-इन पार्टनर ने बेरहमी से हत्या (Shraddha Walkar Murder Case ) कर दी.

इस पूरे मामले का वीभत्स और खौफनाक खुलासा 14 नवंबर को हुआ, यानी हत्या के 28 वर्षीय आरोपी आफताब पूनावाला की गिरफ्तारी के दो दिन बाद. एडिशनल डीसीपी (साउथ) अमित चौहान ने क्विंट को बताया कि

“कपल अक्सर लड़ते थे और उस दिन, लड़ाई इस बात पर हुई थी कि श्रद्धा वॉल्कर ने आफताब पूनावाला पर बेवफाई का आरोप लगाया था. पूनावाला ने उसका गला घोंट दिया और उसके शरीर के टुकड़े किए. इसके बाद टुकड़ों को फ्रिज में रख दिया और कई महीनों का समय लेकर दिल्ली के 18 स्थानों पर उन बॉडी पार्ट्स को फेंकता रहा."

एडिशनल डीसीपी चौहान ने बताया कि "साउथ दिल्ली के महरौली के जंगलों से कुछ बॉडी पार्ट्स बरामद किए गए हैं, लेकिन वे बहुत ज्यादा सड़ चुके हैं और उन्हें टेस्ट के लिए भेजा जाएगा." उन्होंने यह भी कहा कि आरोपी पूनावाला सड़ती बॉडी की बदबू से छुटकारा पाने के लिए घर में अगरबत्ती और रूम फ्रेशनर का इस्तेमाल करता था.

मृतका के पिता विकास वॉल्कर ने क्विंट को बताया कि वह पुलिस के साथ महरौली के जंगलों में उस समय मौजूद थे जब उनकी बेटी के बॉडी पार्ट बरामद किए गए.

ADVERTISEMENT

'उसके दोस्तों से पता चला कि आफताब मेरी बेटी को मारता-पीटता था'

मई के महीने में ही श्रद्धा और आफताब पहाड़ियों में छुट्टियां मनाने के बाद मुंबई से दिल्ली आ गए. पुलिस ने बताया कि दोनों ने छतरपुर में मकान किराए पर लिया. विकास वॉल्कर ने कहा कि "जब मेरी बेटी का नंबर नहीं लगा, तो मैं आखिरकार अगस्त में मुंबई पुलिस के पास गया. वे पूछते रहे कि मैं जल्दी क्यों नहीं आया… पुलिस ने कहा कि उसके अंतिम कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) से पता चलता है कि वह दिल्ली में थी, इसलिए मामला दिल्ली पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया था.”

उन्होंने कहा कि श्रद्धा का न केवल फोन बंद था, बल्कि उसके बैंक अकाउंट से भी मई के बाद से न कोई पैसा निकाला गया, न डाला गया.

क्विंट से कॉल पर बात करते हुए श्रद्धा के पिता विकास वॉल्कर ने दावा किया कि “उसने मुझे मारपीट के बारे में कभी नहीं बताया. मुझे बहुत बाद में उस समय पता चला, जब वह लापता हो गई थी. उसके दोस्तों ने मुझे बताया कि आफताब हिंसक था, वह अक्सर मेरी बेटी को मारता था, और उनका रिलेशनशिप अच्छा नहीं था. दोस्तों ने उसे इससे बाहर निकालने की कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी."

विकास वॉल्कर ने दावा किया कि श्रद्धा ने अपने भाई को भी हिंसा के बारे में कुछ नहीं बताया. दुःख में डूबे इस पिता ने कहा कि "अगर उसने सच में मेरी बेटी की हत्या की है, अगर जांच में उसे दोषी पाया जाता है, तो हम चाहते हैं कि उसे फांसी पर लटका दिया जाए"

ADVERTISEMENT

"मुझे उनका रिश्ता स्वीकार नहीं था क्योंकि धर्म अलग थे"

श्रद्धा के पीछे अब परिवार में उसके पिता और भाई रह गए हैं जो मुंबई में हैं. श्रद्धा के माता-पिता अलग रहते थे, और भाई-बहन अपनी मां के साथ रहते थे. लेकिन 2020 में उनकी मां का निधन हो गया. पिता विकास ने क्विंट को बताया कि

“आखिरी बार मैंने उससे 2021 के बीच में एक फोन कॉल पर बात की थी. मैंने उससे हाल-चाल पूछा, वह कहां थी, नौकरी करती थी या नहीं? उसने मुझे बताया कि वह बेंगलुरु में रहती है... उसने मुझसे झूठ बोला. मुझे बाद में पता चला कि वह आफताब के साथ मुंबई में ही थी."

श्रद्धा और आफताब एक डेटिंग ऐप पर मिले थे और 2019 से साथ थे. पिता ने कहा कि "मैंने इस रिलेशनशिप को मंजूर नहीं किया क्योंकि उसका धर्म हमसे अलग है." उन्होंने कहा कि जब श्रद्धा ने उन्हें बताया कि वह आफताब के साथ रहेगी तो मैंने उसे रोका.

"मैंने श्रद्धा से कहा कि उसके साथ मत रहो. ये गलत है. मैंने उससे कहा कि इस रिलेशनशिप को आगे मत बढ़ाओ... नहीं तो बिरादरी से बाहर निकल जाओ. उसने मेरी बात नहीं मानी."

विकास वॉल्कर ने कहा कि इस बातचीत के बाद श्रद्धा ने घर छोड़ दिया और 2020 में मुंबई में आफताब के साथ रहने लगी. मई 2022 में ये कपल दिल्ली आ गया.

ADVERTISEMENT

'वो निडर लड़की थी, कुछ भी अकेले मैनेज कर लेती थी'

श्रद्धा ने मास मीडिया में ग्रेजुएशन किया था. पिता ने बताया कि वह मुंबई में एक कॉल सेंटर में काम करती थी और एक पॉपुलर एथलेटिक कपड़ों की दुकान में भी. उन्होंने क्विंट को बताया, “वह अपने टीनऐज में शांत लड़की थी लेकिन कॉलेज से ग्रेजुएशन पूरी होने से ठीक पहले, उसका व्यवहार बदल गया.”

पिता ने कहा कि "मुझे उसके मॉडर्न लाइफस्टाइल, उसके छोटे बालों और मॉडर्न कपड़े पहनने से आपत्ति थी. दूर के रिश्तेदार भी उसपर कमेंट करते थे" उन्होंने कहा कि मई के बाद जब उनकी श्रद्धा से फोन पर बात नहीं हुई तो वे शुरू में बहुत चिंतित नहीं थे.

उन्होंने बताया कि “वो निडर लड़की थी, कुछ भी अकेले मैनेज कर लेती थी… वो ऐसी ही थी. इसलिए मुझे इस बात की चिंता नहीं थी कि वह अपना भविष्य संभाल लेगी. बहुत गलत हुआ है…”

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

ADVERTISEMENT
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
0
3 माह
12 माह
12 माह
मेंबर बनने के फायदे
अधिक पढ़ें
ADVERTISEMENT
क्विंट हिंदी के साथ रहें अपडेट

सब्स्क्राइब कीजिए हमारा डेली न्यूजलेटर और पाइए खबरें आपके इनबॉक्स में

120,000 से अधिक ग्राहक जुड़ें!
ADVERTISEMENT
और खबरें
×
×