सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) पर हुई हत्या के मामले में गिरफ्तार निहंग सरदार सरबजीत सिंह को कोर्ट ने 7 दिन की रिमांड पर भेज दिया है. हरियाणा पुलिस ने शनिवार को आधिकारिक गिरफ्तारी के बाद उसे सिविल जज ( जूनियर डिवीज़न ) किन्नी सिंगला की कोर्ट में पेश किया था. पुलिस की तरफ से 14 दिन की रिमांड मांगी गयी थी, लेकिन जज ने 7 दिन की रिमांड पर भेजा.
गौरतलब है कि निहंग सरदार सरबजीत सिंह ने शुक्रवार को हरियाणा पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था. इसके बाद पुलिस उसे देर रात मेडिकल चेकअप के लिए सिविल हॉस्पिटल ले गयी. पुलिस ने उसे शनिवार, 16 अक्टूबर को आधिकारिक तौर पर गिरफ्तार किया और कोर्ट में पेशी कराई.
सरबजीत ने अपने बयान में चार लोगों नाम लिए- पुलिस
सोनीपत खरखोदा क्राइम ब्रांच व कुंडली थाना पुलिस निहंग सरदार सरबजीत सिंह को लेकर कोर्ट में पहुंची थी. पुलिस ने सिविल जज ( जूनियर डिवीज़न ) किन्नी सिंगला को बताया कि सरबजीत ने पुलिस को दिए अपने बयान में चार लोगों नाम लिए हैं.
पुलिस की तरफ से निहंग सरदार सरबजीत सिंह के 14 दिन के रिमांड की मांग की गयी थी. पुलिस की दलील थी कि सरबजीत को पंजाब लेकर जाना है, एक घंटा तो कुंडली से मुरथल जाने में ही लग जाता है.
पुलिस ने कोर्ट को बताया कि सरबजीत को पंजाब के गुरदासपुर और चंपौर साहिब लेकर जाना है. उसने अपनी तरफ से जिन लोगों के नाम लिए हैं, उनकी गिरफ्तारी करनी है. साथ ही हत्या में प्रयोग में होने वाली तलवार भी बरामद करनी है.
कोर्ट में पुलिस ने बताया कि लखीबर सिंह की हत्या बेरहमी से की गई है और उनके शरीर पर 37 चोटो के निशान हैं.
गौरतलब है कि लखीबर सिंह की उम्र 35 साल के आसपास बताई गई है. लखबीर पंजाब का रहने वाला था और मजदूरी करता था. उसके माता-पिता की पहले ही मौत हो चुकी है और परिवार में एक बहन है. लखबीर सिंह की तीन बेटियां हैं, जो अपनी मां के साथ रहती हैं.
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