जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के फैसले के चार दिन बाद भी घाटी सूनसान है. लोग घरों में बंद है और बाहर सुरक्षा बलों का पहरा है. 5 अगस्त को गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में राष्ट्रपति की मंजूरी वाला प्रस्ताव पास किया था. इससे एक दिन पहले, 4 अगस्त से ही घाटी में धारा 144 और कर्फ्यू लगा दिया गया था, जो अभी तक जारी है.आर्टिकल 370 हटने के बाद हिंसा की आशंका को देखते हुए कश्मीर में भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है.
घाटी में इस माहौल के बीच ग्राउंड जीरो पर मौजूद क्विंट हिंदी के संवाददाता शादाब मोइज़ी ने वहां के हालात को बयां करती ताजा तस्वीरें भेजी हैं.
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- 01/10घाटी में कंटीले तारों को लगाता एक सुरक्षाकर्मीफोटो : शादाब मोइज़ी
- 02/10आर्टिकल 370 पर फैसले के बाद बंद दुकानें फोटो : शादाब मोइज़ी
- 03/10कुछ दुकानें खुली हैं लेकिन संगीनों के साये में फोटो : शादाब मोइज़ी
- 04/10आजादी की मांग फोटो : शादाब मोइज़ी/क्विंट हिंदी
- 05/10घाटी में बसों में सवारियां नहीं हैं फोटो : शादाब मोइज़ी/क्विंट हिंदी
- 06/10डल झील के किनारे का इलाका सूनसानफोटो : शादाब मोइज़ी/क्विंट हिंदी
- 07/10डल झील के किनारे शिकारे भी सूने पड़े हैं फोटो : शादाब मोइज़ी/क्विंट हिंदी
- 08/10घाटी में सुरक्षाकर्मियों के लिए पर्याप्त वाहन नहींफोटो : शादाब मोइज़ी/क्विंट हिंदी
- 09/10कर्फ्यू लगने के बाद घरों में बंद लोग फोटो : शादाब मोइज़ी/क्विंट हिंदी
- 10/10डल लेक पर शिकारा चलाते लोगफोटो : शादाब मोइज़ी/क्विंट हिंदी
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टॉपिक: जम्मू-कश्मीर अनुच्छेद 370 आर्टिकल 370
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