कांग्रेस की 75 वर्षीय अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आज गुरुवार, 21 जुलाई को करीब दो घंटे तक पूछताछ की और उनका बयान दर्ज किया. पूछताछ के पहले दिन सोनिया गांधी, मध्य दिल्ली के विद्युत लेन में स्थित ED मुख्यालय में दोपहर के बाद अपनी जेड प्लस श्रेणी के CRPF सिक्योरिटी कवर के साथ पहुंचीं थीं.
न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार सूत्रों ने बताया कि समन के सत्यापन और अटेंडेंस शीट में हस्ताक्षर जैसी कुछ औपचारिकताएं पूरी करने के बाद दोपहर करीब साढ़े बारह बजे पूछताछ शुरू हुई. दो घंटे की पूछताछ के बाद सोनिया गांधी को मेडिकल ग्राउंड पर उनके अनुरोध के बाद आज के सेशन से जाने की अनुमति दी गई.
हालांकि कांग्रेसी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम ने ट्वीट कर दावा किया कि "ईडी के पास 3 बजे के बाद कोई और सवाल नहीं बचा था. सोनिया गांधी ने आगे और पूछताछ के लिए उपलब्ध रहने की पेशकश की थी, इसके बावजूद ईडी ने आज की पूछताछ समाप्त की."
राहुल-प्रियंका भी गए थे साथ, कांग्रेस का देश भर में विरोध
सोनिया गांधी जांच एजेंसी के मुख्यालय में दोपहर 12 बजे के तुरंत बाद पहुंचीं. उनके साथ राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा भी थे. NDTV की रिपोर्ट के अनुसार अधिकारियों ने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा को पूछताछ वाले रूम से दूर ED भवन में ही रहने की अनुमति दी गई, ताकि स्वास्थ्य संबंधी समस्या होने पर वह अपनी मां के साथ रह सकें और उन्हें दवाएं उपलब्ध करा सकें.
कांग्रेस पार्टी ने ED की कार्रवाई की निंदा की है और इसे "राजनीतिक प्रतिशोध" कहा है. पार्टी ने आज कांग्रेस प्रमुख के समर्थन में देशव्यापी प्रदर्शन किया जिसके बाद कई कांग्रेसी नेताओं को हिरासत में लिया गया.
"ED का दुरुपयोग बंद करो" लिखे बड़े बैनर लेकर कांग्रेस नेताओं ने आज प्रवर्तन निदेशालय के खिलाफ शक्ति प्रदर्शन करते हुए संसद परिसर के अंदर एक मार्च निकाला. कांग्रेस ने आज सुबह बुलाए गए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि "प्रधानमंत्री भूल जाते हैं कि कांग्रेस के बारे में उनका विचार उन नेताओं पर आधारित है जो उन्होंने हमसे लिए हैं. कांग्रेस पार्टी क्या है, गांधी परिवार क्या है, यह समझने के लिए उन्हें कई बार पुनर्जन्म लेना पड़ेगा"
सोनिया गांधी से ED की पूछताछ के खिलाफ देशभर में बड़ी संख्या में प्रदर्शन भी हो रहे हैं. कुछ जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनें भी रोक दीं जबकि कई जगह गाड़ियों में आग लगाए जाने की खबर है. बीजेपी ने गांधी परिवार की रक्षा के लिए कांग्रेस के विरोध को "दुराग्रह" बताकर आलोचना की. बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने गांधी परिवार पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि "कांग्रेस एक परिवार की पॉकेट संगठन बन गई है, और अब उसकी संपत्ति भी परिवार द्वारा जेब में डाली जा रही है"
इससे पहले आज केंद्र द्वारा "राजनीतिक प्रतिशोध" पर चर्चा करने के लिए कांग्रेस की अध्यक्षता में एक बैठक में लगभग 13 विपक्षी दलों ने भाग लिया. समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों द्वारा जारी एक बयान में बीजेपी के नेतृत्व वाले केंद्र द्वारा जांच एजेंसियों के "दुरुपयोग" की निंदा की गई है.
अरविंद केजरीवाल की AAP ने भी "सत्तारूढ़ सरकार द्वारा केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग" पर जीरो ऑवर का नोटिस दिया है.
सोनिया गांधी पर क्या हैं आरोप?
इनकम टैक्स विभाग ने कांग्रेस से संबंधित यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए आरोप पत्र दायर किया था, जो नेशनल हेराल्ड अखबार का मालिक है. आईटी विभाग 2016 से मामले की जांच कर रहा था.
ईडी ने हाल ही में पीएमएलए (Prevention of Money Laundering Act, 2002) के आपराधिक प्रावधानों के तहत एक नया मामला दर्ज किया था, जब एक निचली अदालत ने यंग इंडियन के खिलाफ इनकम टैक्स विभाग की जांच का संज्ञान लिया था. अदालत ने नेशनल हेराल्ड अखबार के मामलों की जांच करने और सोनिया और उनके बेटे राहुल गांधी का टैक्स रिकॉर्ड की जांच करने की अनुमति दी थी. इसके बाद ईडी ने गांधी परिवार को पूछताछ के लिए तलब करने का फैसला किया.
सोनिया गांधी को पहले 8 जून को पेश होने के लिए ईडी ने नोटिस जारी किया था, लेकिन उसके बाद कोविड -19 पाए जाने के बाद उन्हें 23 जून को पेश होने के लिए एक नया नोटिस जारी किया गया.
इससे पहले इस मामले में जून महीने में ईडी ने राहुल गांधी से पांच दिन में 54 घंटे पूछताछ की थी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)