'सीबीआई टाइम बाउंड जांच करे, परीक्षा देने वालों की उम्र भी खत्म होती जा रही है, कब तक साफ-सुथरे सिस्टम का इंतजार करें'
ये कहना है बिहार के मधेपुरा से आए नीरज का. SSC परीक्षाओं में कथित धांधली के विरोध में नीरज पिछले 13-14 दिनों से दिल्ली में डटे हुए हैं. खुले आसमान के नीचे रात कटती है, गुरद्वारे से खाना आता है तो खा लेते हैं. नीरज जैसे ही तमाम छात्र दिल्ली के स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (एसएससी) के दफ्तर के बाहर अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखे हुए हैं. ऐसा विरोध जहां हर छात्र खुद ही नेता है, और अपनी आवाज को रखने का माद्दा रखता है. छात्रों की मांग है कि जबतक सीबीआई जांच पूरी नहीं होती, SSC की परीक्षाओं पर रोक लगाई जाए.
नीरज का वीडियो वायरल हुआ था
नीरज का हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इस वीडियो में वो अपने परिवार की आर्थिक हालात को बयां कर रहे थे. नीरज ने बताया था कि कैसे कभी एक टाइम खाकर तो कभी किसी दूसरे तरीके से पैसे बचाकर वो SSC की तैयारी करते हैं, लेकिन धांधलियों की खबर सुनने के बाद उनकी हिम्मत टूट जाती है.
जब क्विंट ने उनसे परिवार का रियक्शन जानना चाहा तो नीरज ने बताया,
पापा ने कोई वीडियो या खबर नहीं देखी क्योंकि मेरे घर पर टीवी नहीं है. मेरी दीदी ने देखा और वो भावुक हो गईं.
इतना बताते-बताते नीरज एक बार फिर रोने लगे. लेकिन इस बार उनकी आंखों में गुस्सा था, वो बार-बार यही पूछ रहे थे कि कैसे हम SSC पर भरोसा कर लें. नीरज ने एक बेहद अच्छी बात कही कि आज उनका वीडियो वायरल हुआ है तब लोग लाइक कर रहे हैं, शेयर करे हैं. लेकिन ऐसे लाखों या कहें तो करोड़ों छात्र हैं जिनका वीडियो नहीं आया है, उनका दर्द है. क्योंकि वो बेरोजगार हैं रोजगार की जरूरत है, सरकारी नौकरी की आस में दिल्ली, पटना, इलाहाबाद में बैठे हैं तैयारी कर रहे हैं, उन्हें जब पता चलता है कि धांधली हुई है तो उनका दिल टूटता है, सपना टूटता है.
क्या है मामला?
CGL के लिए साल 2017 में करीब 30 लाख छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था. वैकेंसी थी करीब 8 हजार. पहले प्री हुआ. प्री को पार कर निकले कुल जमा करीब 1 लाख 90 हजार छात्रों के लिए 17 से 22 फरवरी तक ऑनलाइन मोड में कुछ पेपर हुए. परीक्षा में बैठने वाले छात्र कह रहे हैं ऑनलाइन एग्जाम शुरू भी नहीं हुआ था कि 15 मिनट पहले क्वेश्चन पेपर और आंसर शीट ऑनलाइन तैरने लगे.
तकनीकी खामी कहकर परीक्षा हड़बड़ी में रुकवाई गई और इसी दिन करीब सवा 12 बजे इसे रिशेड्यूल किया गया. जब छात्र परीक्षा देकर वापस आए तो पता चला ये पेपर भी लीक हो चुका है. ऐसा एग्जाम देने वाले छात्र कह रहे है. उनका कहना है कि पैसे लेकर कुछ छात्रों को फायदा पहुंचाया गया. उनके पेपर्स को रिमोट लोकेशन यानी किसी दूसरी जगह बैठकर सॉल्व किया गया.
अब छात्रों की मांग है कि SSC परीक्षाओं का एक निश्चित समय में जांच किया जाए. जब तक जांच पूरी न हो SSC की परीक्षाओं पर पाबंदी लगाई जाए.
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