कोरोना वायरस के कारण स्थानीय बाजारों में मास्क और सैनेटाइजर की मांग लगातार बढ़ती ही जा रही है. इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने चीनी मिलों को हैंड सैनिटाइजर बनाने की अनुमति दी है. पूरे भारत में फैल रहे कोरोना वायरस के चलते इसकी कमी पड़ गई है.
राज्य सरकार ने प्रदेश की 119 चीनी मिलों में से 29 को ‘अल्कोहल-बेस’ सैनिटाइजर बनाने की अनुमति दी है.
जिन मिलों को अनुमति मिली है, उनमें से पांच बिजनौर जिले की हैं. इस पहल से चीनी उद्योगों के राजस्व को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी. गन्ने के रस से चीनी निकाले जाने के बाद, गुड़ से शराब का उत्पादन किया जाता है. इसलिए, इन मिलों में सैनिटाइजर का उत्पादन करने के लिए कच्चा माल होगा.
अतिरिक्त गन्ना आयुक्त वी. के. शुक्ला ने कहा, "कोरोनावायरस ने देश को दहला दिया है जिसके बाद से सैनिटाइजर की मांग आसमान छू गई है. बाजार में मांग और आपूर्ति में भारी अंतर है, जो इस निर्णय के बाद कम हो जाएगा."
ये 24 मिलें रविवार से सैनिटाइजर का उत्पादन शुरू कर देंगी. अधिकारियों ने कहा कि अकेले बिजनौर में बरकतपुर मिल से प्रतिदिन लगभग 5,000 लीटर सैनिटाइजर का उत्पादन होने की उम्मीद है.
भारत में 979 तक पहुंचा कन्फर्म केस का आंकड़ा
भारत में लगातार नोवेल कोरोना वायरस के नए मामले सामने आ रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में इस वायरस से संक्रमण के 867 एक्टिव केस हैं, जबकि अब तक 979 कन्फर्म केस सामने आए हैं. COVID-19 की वजह से देश में 25 लोगों की जान जा चुकी है. 86 लोग ठीक/डिस्चार्ज हो चुके हैं. कुल कन्फर्म केस में एक माइग्रेटेड मरीज भी शामिल है.
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