गुजरात के साबरमती सेंट्रल जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को लेकर जेल अधिकारी ने कहा है कि गुरुवार, 21 सितंबर को कनाडा में सुखदूल सिंह गिल उर्फ सुक्खा डुनेके की हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए जो फेसबुक पोस्ट सामने आई है उसमें लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) की कोई भूमिका नहीं है.
बंबीहा गिरोह के कथित सहयोगी सुक्खा डुनेके की बुधवार, 20 सितंबर को अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी. एक दिन बाद, पंजाब के बिश्नोई और जग्गू भगवानपुरिया के प्रतिद्वंद्वी गिरोहों ने अलग-अलग पोस्ट में फेसबुक पर हत्या की जिम्मेदारी ली.
हालांकि, साबरमती सेंट्रल जेल की सुपरिटेंडेंट श्वेता श्रीमाली ने अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा,
“ऐसा नहीं है कि लॉरेंस ने इसे यहां (जेल में) से पोस्ट किया है. हो सकता है कि उसके नाम से कई फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट चल रहे हों, उन्हीं में से किसी और ने पोस्ट किया हो..."
उन्होंने कहा कि मैं आश्वस्त कर सकती हूं कि ये उसके द्वारा पोस्ट नहीं किया गया है, इसके अलावा कोई उससे मिलने भी नहीं आया. ये हो सकता है कि किसी ने उसे बिना बताए पोस्ट कर दिया हो.
लॉरेंस बिश्नोई की मूवमेंट पर रोक लगी है
गृह मंत्रालय ने 30 अगस्त को अपने एक आदेश में, आपराधिक प्रक्रिया संहिता (IPC) की धारा 268 के तहत जेल में बिश्नोई की मूवमेंट पर रोक लगा दी थी. गृह मंत्रालय ने 30 अगस्त को अपने एक आदेश में, आपराधिक प्रक्रिया संहिता (IPC) की धारा 268 के तहत जेल में बिश्नोई की मूवमेंट पर रोक लगा दी थी. इस धारा के तहत सरकार निर्देश दे सकती है कि किसी भी व्यक्ति को उस जेल की सेल से नहीं हटाया जाएगा जिसमें वह रखा गया है.
गुजरात की साबरमती जेल में बंद है लॉरेंस बिश्नोई
बता दें, गुजरात एटीएस ने 2022 के ड्रग्स केस में कुख्यात गैंगेस्टर लॉरेंस बिश्नोई को रिमांड पर लिया था. 200 करोड़ रुपये की हीरोइन से जुड़े इस मामले में गैंगेस्टर लॉरेंस बिश्नोई को कच्छ जिले की नलिया कोर्ट में पेश किया गया था.
साल 2022 में गुजरात एटीएस और काेस्ट गार्ड ने संयुक्त ऑपरेशन में पाकिस्तान से आ रही AL- TAYYASA बोट को जब्त किया था. इस बोट से 34 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई थी. गुजरात एटीएस और दूसरी एजेंसियों की जांच में लॉरेंस बिश्नोई का पाकिस्तान कनेक्शन सामने आया था. गुजरात एटीएस ने इसी साल अप्रैल में लॉरेंस बिश्नोई को रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी.
बिश्नोई, 14 से 18 सितंबर तक पांच दिनों के लिए NIA की हिरासत में था. 18 सितंबर को न्यायिक हिरासत में उसे साबरमती जेल भेज दिया गया.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)