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सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम: SC के लिए 2, हाई कोर्ट के लिए 7 जजों के नामों की सिफारिश

Supreme Court में जजों के कुल स्वीकृत पदों की संख्या 34 है, लेकिन फिलहाल कोर्ट में 31 जज हैं.

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सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम (Supreme court Collegium) ने बुधवार, 5 जुलाई को 2 नए जजों की नियुक्ति के लिए नामों की सिफारिश की है. कॉलेजियम की नई सिफारिश में तेलंगाना हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस उज्ज्वल भुइयां और केरल हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस एस वेंकटनारायण भट्टी के नाम शामिल हैं.

SC में जजों के कुल स्वीकृत पदों की संख्या 34 है, लेकिन फिलहाल कोर्ट में 31 जज ही हैं. इसमें से 2 पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.

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भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाले कॉलेजियम ने सुप्रीम कोर्ट में नए जजों की नियुक्ति के लिए हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस और सीनियर जजों के नामों पर चर्चा के बाद दो नामों की सिफारिश की.

कॉलेजियम ने क्या कहा?

CJI चंद्रचूड़ के अलावा कॉलेजियम के अन्य सदस्य जस्टिस एस के कौल, संजीव खन्ना, बी आर गवई और जस्टिस सूर्यकांत हैं. कॉलेजियम ने अपने प्रस्ताव में कहा है कि सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नति के संंबध में सार्थक चर्चा और न्यायिक कौशल के मूल्यांकन के लिए योग्य लोगों के नाम कॉलेजियम के सामने आए थे. सुप्रीम कोर्ट के अनुसंधान एवं योजना केंद्र ने कॉलेजियम की सहायता के लिए प्रासंगिक पुराने रिकॉर्ड्स को इकट्ठा करने का काम किया है.

नामों पर विचार करते समय, कॉलेजियम ने कई चीजों का ध्यान रखा है, जैसे संबंधित हाई कोर्ट में मुख्य न्यायाधीशों और वरिष्ठ उप न्यायाधीशों की वरिष्ठता, हाई कोर्ट न्यायाधीशों की ओवरऑल वरिष्ठता, योग्यता, प्रदर्शन और ईमानदारी. इसके अलावा कॉलेजियम ने ये सुनिश्चित करने की भी कोशिश की है कि विविधता और समावेशन बना रहे. कोर्ट ने कहा,

"हाई कोर्ट के योग्य मुख्य न्यायाधीशों और वरिष्ठ न्यायाधीशों की योग्यता, निष्ठा और क्षमता का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करने और काफी विचार करने के बाद, कॉलेजियम ने जस्टिस भुइयां और भट्टी को नियुक्ति के लिए सभी मामलों में योग्य और उपयुक्त पाया."

जस्टिस भुइयां और जस्टिस भट्टी

जस्टिस भुइयां को 17 अक्टूबर, 2011 को गुवाहाटी हाई कोर्ट के जस्टिस के रूप में नियुक्त किया गया था. वे अपने मूल हाई कोर्ट के सबसे वरिष्ठ जज हैं और 28 जून, 2022 से तेलंगाना हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस हैं.

कॉलेजियम ने कहा कि जस्टिस भुइयां के फैसलों में "कानून और न्याय से संबंधित व्यापक मुद्दे" शामिल हैं और ईमानदारी और क्षमता के लिए उनकी अच्छी प्रतिष्ठा है.

जस्टिस भट्टी को 12 अप्रैल, 2013 को आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट का जस्टिस नियुक्त किया गया था और वह अपने मूल हाई कोर्ट में सबसे वरिष्ठ हैं. उन्हें मार्च 2019 में केरल हाई कोर्ट में शिफ्ट कर दिया गया और 1 जून, 2023 से वह वहां के चीफ जस्टिस हैं.

कॉलेजियम ने कहा कि अगस्त 2022 के बाद से आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट का सुप्रीम कोर्ट बेंच में कोई प्रतिनिधित्व नहीं है और उनकी नियुक्ति आंध्र प्रदेश राज्य को प्रतिनिधित्व के अलावा… उनके अर्जित ज्ञान और अनुभव के संदर्भ में एक मूल्यवर्धन प्रदान करेगी. उनकी अच्छी प्रतिष्ठा है और उनमें सत्यनिष्ठा और योग्यता है.

7 हाई कोर्ट के जजों के नामों की भी सिफारिश

कॉलेजियम ने एक और फैसले में सात हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीशों के लिए भी नामों की सिफारिश की है. कॉलेजियम की सिफारिश में इनके नाम शामिल हैं:

  • जस्टिस भट्टी की जगह गुजरात हाई कोर्ट के कार्यवाहक चीफ जस्टिस आशीष जे देसाई को केरल हाई कोर्ट का चीफ जस्टिस.

  • कर्नाटक HC के जस्टिस आलोक अराधे तेलंगाना HC के मुख्य न्यायाधीश होंगे

  • उड़ीसा हाई कोर्ट के जस्टिस सुभासिस तालापात्रा को उसी हाई कोर्ट का चीफ जस्टिस बनाने की सिफारिश

  • दिल्ली हाई कोर्ट के जस्टिस सिद्धार्थ मृदुल को मणिपुर हाई कोर्ट का चीफ जस्टिस

  • जस्टिस सुनीता अग्रवाल, जो वर्तमान में इलाहाबाद हाई कोर्ट की सबसे सीनियर जस्टिस हैं, को गुजरात हाई कोर्ट का नया चीफ जस्टिस

  • जस्टिस देवेन्द्र कुमार उपाध्याय, जो वर्तमान में इलाहाबाद हाई कोर्ट के जस्टिस हैं, को इसका चीफ जस्टिस

  • बॉम्बे हाई कोर्ट के जस्टिस धीरज सिंह ठाकुर को आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट का चीफ जस्टिस नियुक्त करने की सिफारिश की गई है

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