करोना (Corona) के बढ़ते मामलों के कारण कई दिनों से सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की सुनवाई ऑनलाइन चल रही है. लेकिन ऑनलाइन चल रही कोर्ट की सुनवाई में खलल पैदा हो रही है. दरअसल सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस की अध्यक्षता में तीन जजों की बेंच ने ऑनलाइन सुनवाई को लेकर अपनी असहमति व्यक्त की है.
बेंच का मानना है कि कई एडवोकेट मोबाइल फोन के द्वारा सुनवाई में हिस्सा ले रहे हैं जिसकी वजह से सुनवाई के बीच काफी खलल पैदा हो रही है.
चीफ जस्टिस समेत इस बेंच में शामिल जस्टिस एस बोपन्ना और हिमा कोहली के अनुसार एक दिन में कम से कम दस ऐसी सुनवाई को स्थगित करना पड़ा जिसमें एडवोकेट की तरफ से कभी ऑडियो तो कभी वीडियो में दिक्कतें आ रही थीं.
बेंच ने एक सुनवाई के दौरान कहा, "वकील अपने मोबाइल फोन का उपयोग करते हुए सुनवाई में पेश हो रहे हैं और दिखाई नहीं दे रहे हैं. हमें इस मोबाइल बिजनेस पर प्रतिबंध लगाना पड़ सकता है. श्रीमान वकील, अब आप सर्वोच्च न्यायालय में काम कर रहे हैं और नियमित रूप से उपस्थित होते हैं. क्या आप बहस करने के लिए एक डेस्कटॉप नहीं रख सकते."
एक अन्य मामले की सुनवाई के दौरान, बेंच ने वकील की ओर से खराब इंटरनेट कनेक्टिविटी की समस्या पर ध्यान दिया और कहा, "हमारे पास इस तरह के मामलों को सुनने की कोई ऊर्जा नहीं है. कृपया एक ऐसी प्रणाली तैयार करें जिससे हम आपको सुन सकें. दस मामले इस तरह खत्म हो गए हैं और हम चिल्ला रहे हैं."
बता दें कि मार्च 2020 से ही सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई समय-समय पर ऑनलाइन की गई. इस बार भी जब कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने लगे तो कोर्ट ने 2 जनवरी से सुनवाई को ऑनलाइन कर दिया है.
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