पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने गुरुवार, 18 नवंबर को सिडनी डायलॉग को संबोधित किया. इस संबोधन में उन्होंने कहा कि सभी देशों को यह सुनिश्चित करना होगा कि क्रिप्टोकरेंसी गलत हाथों में ना जाए. यह पहली बार है जब पीएम मोदी ने सार्वजनिक तौर पर क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई बयान दिया है.
पीएम मोदी ने सिडनी डायलॉग में कहा, ''हमने पूरी दुनिया को मुफ्त में कोविन प्लैटफॉर्म मुफ्त में दिया है. हमने पूरी दुनिया के लिए इसे ओपन सोर्स रखा है.''
पीएम ने कार्यक्रम में कहा, ''क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन का उदाहरण ले लीजिए. यह महत्वपूर्ण है कि सभी लोकतांत्रिक देश साथ आकर यह सुनिश्चित करें कि यह गलत हाथों में ना चला जाए. इससे युवा बर्बाद हो सकते हैं.''
क्रिप्टोकरेंसी पर रेग्युलेटरी फ्रेमवर्क की तैयारी में सरकार
इस नई टेक्नॉलजी को लेकर भारत के अप्रोच का जिक्र करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा,''हमारा देश अलग-अलग क्षेत्रों में देसी क्षमताएं विकसित कर रहा है, जैसे 5जी-6जी.''
क्रिप्टोकरेंसी को लेकर केंद्र सरकार एक रेग्युलेटरी फ्रेम वर्क बनाने पर विचार कर रही है. हाल ही में पीएम मोदी ने किप्टोकरेंसी को लेकर एक बड़ी बैठक भी की थी. कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि संसद के शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सरकार विधेयक ला सकती है.
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